सामने आए विक्रम कोठारी, कहा-मैं नीरव मोदी के तरह भगोड़ा नहीं

नीरव मोदी के महाघोटाले के बीच रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठरी पर भी पांच सौ करोड़ रुपए लेकर भागने के आरोप लगे हैं। लेकिन, वो सामने आ गए।

New Delhi Feb 18 : पिछले दो दिनों से इस तरह की खबरें आ रही थीं रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी भी नीरव मोदी की तरह बैंकों का पांच सौ करोड़ रुपए लेकर देश छोड़कर भाग निकले हैं। लेकिन, इन खबरों के बीच अब खुद ही विक्रम कोठारी मीडिया के सामने आ गए हैं। कुछ मीडिया हाउसेस से उन्‍होंने बात करते कहा कि वो ना तो देश छोड़कर भागे और ना ही उनका कहीं भागने का कोई इरादा है। वो कानपुर के रहने वाले हैं और यहीं रहेंगे। उनको लेकर सोशल मीडिया और मीडिया के एक सेगमेंट में अफवाहें फैलाई जा रही हैं। जो पूरी तरह गलत और निराधार हैं। विक्रम कोठारी का कहना है कि उनके द्वारा लिए गए बैंकों से कर्ज का मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्‍युनल यानी NCLT में चल रहा है। इसके साथ ही उन्‍होंने बताया कि लोन चुकाने को लेकर उनकी क्रेडिट कमिटी से बातचीत जारी है। उनका कहना है कि कई बार काम के सिलसिले में उन्‍हें बाहर जरुर जाना पड़ता है लेकिन, इसका ये मतलब नहीं है कि वो कहीं भाग रहे हैं।

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विक्रम कोठारी का कहना है कि मैंने बिजनेस के सिलसिले में बैंकों से लोन लिया था। जिसके संबंध में उनकी बैंकों से बातचीत चल रही है। इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्‍युनल यानी NCLT के अलावा उन पर कोई भी केस नहीं है। विक्रम कोठारी का कहना है कि मैं काफी अंचभित हूं कि मेरे खिलाफ इस तरह की बेबुनियाद खबरें लिखी जा रही हैं। कोई कह रहा है कि मैंने देश छोड़ दिया तो कोई कह रहा है कि कई दिनों से वो लापता हैं। उन्‍होंने कहा कि इस तरह की खबरें पूरी तरह बेबुनियाद हैं। विक्रम कोठारी का कहना है मैं कानपुर का रहने वाला हूं और यहीं रहूंगा। उन्‍होंने कहा कि मैं हर वक्‍त अपने दफ्तर में ही मौजूद रहता हूं। कई बार बिजनेस के सिलसिले में देश के कुछ हिस्‍सों की यात्राएं करनी पड़ती हैं लेकिन, मैं फिर लौटकर अपने आफिस ही आता हूं। उनका कहना है गलत तथ्‍यों के आधार पर मेरे खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।

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विक्रम कोठारी का पूरा मामला क्‍या है जरा ये भी जान लीजिए। दरअसल, पेन बनाने वाली मशहूर रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी ने पांच नेशनल बैंकों से करीब 500 करोड़ रुपए का लोन लिया था। लेकिन, अब तक वो इस रकम को चुकता नहीं कर पाए हैं। इसी बीच मीडिया के एक सेक्‍शन ने ये दावा किया है कि लोन ना चुकाने वाले रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी कई दिनों से गायब हैं। इसके बाद इस मामले को लेकर भी बखेड़ा शुरु हो गया। दरअसल, रोटोमैक कंपनी का दफ्तर कानपुर के माल रोड पर है। विक्रम कोठारी का ये दफ्तर सिटी सेंटर में ही बना हुआ है। दावा किया गया कि उनका दफ्तर पिछले कई दिनों से बंद है। इसके साथ ही ये भी दावा किया जा रहा है कि विक्रम को ये लोन नियमों को ताक पर रखकर दिया गया। लेकिन, अब विक्रम कोठारी ने खुद ही सामने आकर अपनी सफाई पेश कर दी है। जिसके बाद ये तो तय हो गया है कि वो कहीं भागे नहीं हैं।

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दरअसल, देशभर में कोठारी ग्रुप का बड़ा नाम है। विक्रम कोठारी कौन है जरा ये भी जान लीजिए। आप सभी ने पान पराग का नाम जरूर सुना होगा। विक्रम कोठारी पान पराग के संस्‍थापक एमएम कोठारी के बेटे हैं। एमएस कोठारी की मौत के बाद विक्रम ने स्‍टेशनरी का बिजनेस शुरु कर दिया था। रोटोमैक कंपनी से उन्‍होंने अपने इस बिजनेस की शुरुआत की। जिसमें वो पेन और स्‍टेशनरी के अलावा ग्रीटिंग्‍स कार्ड्स भी बनाते हैं। देखते ही देखते देशभर में रोटोमैक का नाम हो गया। इसके साथ ही विक्रम भी अपने पिता की तरह मशहूर हो गए। उधर, यूनियन बैंक के मैनेजर पीके अवस्थी का इस पूरे मामले पर कहना है कि उनके बैंक का विक्रम पर 485 करोड़ रुपए का लोन है। लोन की रिकवरी को लेकर उनके खिलाफ एनसीएनटी के तहत कार्रवाई चल रही है। बैंक कोठारी की संपत्तियों को जब्‍त कर उन्‍हें बेचने की तैयारी में है। विक्रम ने इलाहाबाद बैंक से भी 352 करोड़ रुपए का लोन हुआ है। इस पूरे मामले में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्‍युनल में 22 फरवरी को सुनवाई होगी।