चीफ सेक्रेटरी ने खोला केजरीवाल के घर रात 12 बजे का ‘खौफनाक’ राज

दिल्‍ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने आम आदमी पार्टी के विधायकों पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही रात 12 बजे के राज भी खोले।

New Delhi Feb 20 : दिल्‍ली सरकार में इस वक्‍त हंगामा मचा हुआ है। केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के विधायकों की गुंडागर्दी के खिलाफ अफसरों और कर्मचारियों ने काम करना बंद कर दिया है। इस बीच दिल्‍ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने दिल्‍ली पुलिस में आम आदमी पार्टी के विधायकों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करा दी है। जिसमें उन्‍होंने अपने ऊपर हुए हमले का पूरा ब्‍योरा पेश किया है। अंशु प्रकाश ने हमले से पहले और बाद की सभी बातों का जिक्र अपनी शिकायत में किया है। उनकी शिकायत को पढ़ने के बाद साफ जाहिर होता है कि केजरीवाल के घर रात 12 बजे चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश को पीटने की प्‍लानिंग पहले से ही रची जा चुकी थी। क्‍योंकि उनके यहां पर पहुंचते ही हमला शुरु हो गया था। अंशु प्रकाश ने अपनी शिकायत में आप विधायकों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने पुलिस को क्‍या कुछ बताया है जरा ये भी जान लीजिए।

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दिल्‍ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने दिल्‍ली पुलिस को दी अपनी तहरीर में बताया है कि उन्‍हें 19 फरवरी यानी सोमवार की रात आठ बजकर 45 मिनट पर मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन का फोन आता है। वीके जैन बताते हैं कि केजरीवाल के घर पर रात 12 बजे मीटिंग है। जहां आपको आना है। वीके जैन ने बताया कि इस मीटिंग में मुख्‍यमंत्री और उपमुख्‍यमंत्री टीवी विज्ञापनों के मसले पर उनसे चर्चा करेंगे। इस पर अंशु प्रकाश ने वीके जैन से कहा कि अगर मीटिंग कल सुबह रख ली जाए तो कोई दिक्‍कत है क्‍या। लेकिन, केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन नहीं माने और कहा कि मीटिंग रात 12 बजे ही होगी। चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने बताया कि इसके बाद वीके जैन ने उन्‍हें दोबारा रात 11 बजकर 20 मिनट पर फोन किया और पूछा कि वो इस मीटिंग में आ रहे हैं या नहीं। जिस पर उन्‍होंने कहा कि हां मैं मीटिंग में आ रहा हूं।

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चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने बताया कि इस फोन के बाद उन्‍होंने अपनी सरकारी ड्राइवर से कार निकालने को कहा और वो अपने पीएसओ के साथ मुख्‍यमंत्री आवास पर पहुंच गए। इसके बाद चीफ सेक्रेटरी ने अपनी शिकायत में लिखा कि जब वो मुख्‍यमंत्री आवास पहुंचे तो सबसे पहले उनसे वीके जैन मिले। वीके जैन मुझे सामने वाले उस कमरे में ले गए जहां मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया और 11 विधायक मौजूद थे। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनसे कहा कि कमरे में जो लोग विधायक मौजूद हैं वो सरकार के तीन साल पूरे होने पर सरकारी विज्ञापन के बारे में पूछने आए हैं। इसी दौरान एक विधायक ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने बताया कि मुझे विधायकों के बीच सोफे पर बैठना पड़ा। उनके एक ओर अमानतुल्‍ला खान बैठे थे और दूसरी ओर एक अन्‍य विधायक था।

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चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने अपनी शिकायत में आगे बताया कि इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वो इन विधायकों को बताएं कि टीवी विज्ञापनों में देरी क्यों हो रही है। इस पर उन्‍होंने बताया कि दिल्‍ली के अफसर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के तहत नियमों से बंधे हुए हैं। वो इस मामले में कुछ नहीं करते। इसी दौरान विधायकों ने उन पर चिल्‍लाना शुरु कर दिया, गालियां देने लगे। विधायकों ने आरोप लगाया कि वो सरकार के कामकाज का प्रचार नहीं कर रहे हैं। इसके बाद एक विधायक ने कहा कि अगर उन्‍होंने विज्ञापन रिलीज नहीं किए तो वो उन्‍हें पूरी रात बंधक बनाकर रखेंगे। SC/ST के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई। इसी दौरान विधायकों ने जान से मारने की धमकी देनी शुरु कर दी। इसी बीच अमानतुल्‍ला खान ने मुझे पीटना शुरु कर दिया। चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने बताया कि उनके सिर पर वार किया गया। मेरा चश्‍मा नीचे गिरा दिया गया। उन्‍होंने बताया कि बहुत मुश्किल से बाहर निकाला और अपनी गाड़ी लेकर मुख्‍यमंत्री आवास से बाहर आ पाया। चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार उन पर मनमाने ढंग से टीवी विज्ञापनों को रिलीज कराने का दबाव बना रही है।