मुख्य सचिव को पीटने वाले AAP विधायकों का बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है ?
दिल्ली के मुख्य सचिव की पिटाई के मामले में आम आदमी पार्टी के दोनों विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
New Delhi Feb 22 : दिल्ली पुलिस मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर हमला करने और उन्हें पीटने के आरोप में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिन दो विधायकों को गिरफ्तार किया गया है उसमें अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल शामिल हैं। माना जा रहा है कि इस केस में दोनों का बच पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि बेहद नामुमकिन है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन दोनों ही विधायकों के अतीत के अपराध इन लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। दरअसल, आम आदमी पार्टी के दोनों ही विधायकों पर दिल्ली के अलग-अलग थानों में कई मुकदमें दर्ज हैं। बेशक ये लोग कहते हों कि उन पर राजनैतिक मुकदमें दर्ज हुए हैं लेकिन, हकीकत ये है कि इसमें हत्या के प्रयास जैसे केस भी शामिल हैं। अमानतुल्ला खान पर करीब दर्जन भर मुकदमें दर्ज हैं तो प्रकाश जारवाल पर चार मुकदमें पहले से ही चल रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि दोनों के आपराधिक मुदकमों के इतिहास को देखते हुए अदालत से ये गुहार लगाएगी कि इन्हें जमानत पर रिहा ना किया जाए। बल्कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर हमले के आरोपी दोनों ही विधायकों को दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए हिरासत में लेना चाहती है। अमानतुल्ला खान पर पहले से ही जो करीब दर्जन भर मुकदमें दर्ज हैं उसमें ज्यादातर मामले मारपीट और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के हैं। यानी अमानतुल्ला खान अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझते हैं। ऐसे में पुलिस के पास भी ये कहने का मौका होगा कि वो लड़ाई झगड़ा करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आदी हो चुके हैं। दरसअल, बुधवार को जब इस केस की सुनवाई हुई थी उस वक्त मुख्य सचिव को पीटने के आरोपी दोनों विधायकों के वकीलों ने इस केस को राजनीति से प्रेरित बताया था। अमानतुल्ला खान पर कई मुकदमें तब के दर्ज हैं जब वो भी विधायक भी नहीं हुआ करते थे।
अमानतुल्ला खान पर पहला मुकदमा 1995 में दिल्ली के श्रीनिवासपुरी थाने में दर्ज हुआ था। हालांकि विधायक बनने के बाद वो इस केस से बरी हो गए थे। इसके अलावा 11 मुकदमें जामिया नगर थाने में दर्ज हैं। जिसमें तीन मुकदमें उनके विधायक बनने से पहले दर्ज हुए थे। इसमें दो मुकदमें साल 2008 में दर्ज हुए थे। जबकि एक मुकदमा साल 2010 में हुआ था। उस वक्त अमानुल्ला ना तो विधायक हुआ करते थे और ना ही उनका जुड़ाव आम आदमी पार्टी से था। असल में उस वक्त तो आम आदमी पार्टी का अस्तित्व तक नहीं था। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को पीटने के आरोप में जेल में बंद आम आदमी पार्टी के दूसरे विधायक प्रकाश जारवाल के भी कुछ ऐसे ही हाल हैं। प्रकाश जारवाल पर भी कई मुकदमें पहले से ही दर्ज है। देवली से विधायक प्रकाश जारवाल के खिलाफ दिल्ली के संगम विहार, आंबेडकर नगर, ग्रेटर कैलाश और संगम विहार में चार मुकदमें दर्ज हैं।
बेशक मुख्य सचिव की पिटाई के मामले को आम आदमी पार्टी के विधायक राजनैतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हों लेकिन, हकीकत ये है कि इतना करने भर से ये लोग बच नहीं सकते हैं। उधर, मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की मेडिकल जांच में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि उन पर सोमवार की रात केजरीवाल के घर पर हमला हुआ था और उनकी पिटाई हुई थी। उनके शरीर पर पिटाई के निशान के अलावा मुंह पर सूजन भी थी। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी इस पूरे केस की जांच कर रही है। दरअसल, मुख्य सचिव के पक्ष का कहना है कि उन पर हमले की प्लानिंग पहले ही रच ली गई थी। इसीलिए उन्हें रात बारह बजे अकेले घर पर आने को कहा गया था। शुरुआती जांच में इस बात की पुष्टि भी होती हुई नजर आ रही है। इन सारे समीकरणों को ही देखकर कहा जा रहा है कि मुख्य सचिव की पिटाई के मामले में प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान इतनी आसानी से नहीं बच पाएंगे।