केजरीवाल की ‘गुफा’ का खुलासा, ‘सीक्रेट डीलिंग’ का आरोप
क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर में कोई गुफा है ? क्या वो वहां से सीक्रेट डीलिंग करते हैं ? जानिए क्यों उठ रहे हैं ये सवाल।
New Delhi Feb 23 : सीएम आवास पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चौतरफा घिरते जा रहे हैं। जहां एक ओर दिल्ली पुलिस की टीम उनके घर सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पहुंची। वहीं दूसरी ओर उन पर आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल के घर में एक गुफा है। जहां से वो सीक्रेट डीलिंग करते हैं। ये आरोप किसी और ने नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के ही पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने लगाए हैं। आम आदमी पार्टी के बागी नेता कपिल मिश्रा का कहना है कि मुख्यमंत्री आवास पर जिस कमरे में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट हुई उस कमरे में कोई भी सीसीटीवी नहीं लगा है। कपिल मिश्रा ने आरोप लगाए हैं कि अरविंद केजरीवाल इसी कमरे में अपनी सारी सीक्रेट डीलिंग करते हैं। कपिल मिश्रा ने इस कमरे को केजरीवाल की गुफा नाम दिया है। कपिल ने ये बातें अपने सूत्रों के हवाले से कही हैं।
कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीट में लिखा कि “Sources – जिस कमरे में मुख्य सचिव को मारा गया उसे “केजरीवाल की गुफा” कह सकते हैं। वहाँ कोई कैमरा, CCTV नहीं। केजरीवाल अपनी ज्यादातर “सीक्रेट डीलिंग” इसी कमरे में करते हैं। बहुत कम लोगों को इजाजत है इस कमरे में जाने की।” यानी कपिल ने केजरीवाल के इस कमरे को अप्रत्यक्षतौर पर राम रहीम की गुफा से भी जोड़ने की कोशिश की। केजरीवाल पर कपिल मिश्रा के वार यहीं नहीं रुके। दरसअल, जिस वक्त दिल्ली पुलिस की टीम सीएम आवास पर पहुंची उसके बाद सीएमओ की ओर से ये आरोप लगाया गया कि पुलिस बिना किसी पूर्व सूचना के सीएम के घर पहुंची है। इसके बाद केजरीवाल भी सामने आए और इस पर अपना बयान जारी किया। उनका कहना था कि जितनी शिद्दत से इस मामले की जांच हो रही है मुझे खुशी है। उन्होंने जांच होनी भी चाहिए।
इसके बाद केजरीवाल ने कहा कि मैं जांच एजेंसियों से कहना चाहता हूं कि जज लोया के कत्ल की जांच पर अमित शाह से भी पूछताछ की हिम्मत दिखाएं तो देश उनको बधाई देगा। अरविंद के इस बयान पर भी कपिल मिश्रा ने पलटवार किया। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि “रात को घर बुलाकर मुख्य सचिव को धोया, पकड़े जाने पर रोते हो कहाँ गया जज लोया”। सीधे शब्दों में कहें तो मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के मामले में अरविंद केजरीवाल और उनके विधायकों की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब तो मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन ने भी सीआपीसी की धारा 164 के तहत बयान देकर ये साफ कर दिया है कि अंशु प्रकाश के साथ मारपीट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सामने हुई। माना जा रहा है कि इस केस में दिल्ली पुलिस इन दोनों लोगों से भी पूछताछ कर सकती है।
दरसअल, ये पूरा मामला सोमवार की रात बारह बजे का है। अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास पर एक मीटिंग बुलाई थी। आधी रात की इस मीटिंग के लिए मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन ने ही मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को फोन कर यहां आने को कहा था। वीके जैन ही अंशु प्रकाश को उस कमरे में ले गए थे जहां से पहले से ही अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया के अलावा आम आदमी पार्टी के करीब दस विधायक भी मौजूद थे। आरोप है कि इसी कमरे में अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल ने अंशु प्रकाश के साथ मारपी की थी। हालांकि जांच में पता चला है कि आम आदमी पार्टी के तीन और विधायकों ने अंशु प्रकाश पर हमला किया था। इस केस में पुलिस अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को पहले से ही अरेस्ट कर चुकी है। तीन और विधायकों पर इस वक्त गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। कानूनी जांच के बीच ये मामला सियासी रंग भी लिए हुए है।