‘चाचा जी, डरकर बिहार का कितना नुकसान कराते रहेंगे’ ?
नीतीश कुमार को यह हक़ किसने दिया है कि अपने व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति के लिए वो बिहार के साथ हक़मारी करें।
New Delhi, Mar 09 : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आँध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से सीखना चाहिए। शासन इक़बाल और स्वाभिमान से चलता है। कितने दिन डरकर बिहार का नुक़सान करते रहेंगे। नीतीश कुमार जी ने व्यक्तिगत फ़ायदों के लिए Bihar के हितों की तिलांजलि दे दी है। नीतीश कुमार ने अपने लिए ‘विशेष आवास’ और ‘विशेष सुरक्षा’ के समझौते के तहत बिहार की विशेष दर्जे की माँग को कूड़ेदान में डलवा दिया।
नीतीश कुमार को यह हक़ किसने दिया है की अपने व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति के लिए वो Bihar के साथ हक़मारी करें। स्वयंघोषित नैतिक पुरुष जवाब दें। मुख्यमंत्री नीतीश जी को मैंने 5 फ़रवरी को पत्र लिखकर अपने नेता प्रधानमंत्री मोदी जी से Bihar के लिए विशेष राज्य की माँग करने की विनम्र विनती के साथ-साथ तन-मन-जन से पूर्ण समर्थन देने का वायदा भी किया था लेकिन मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष को उस पत्र का जवाब देना भी उचित नहीं समझा।
श्री नीतीश कुमार जी बतायें उन्होंने किस सीडी और फ़ाइल के डर से अपनी नैतिकता, अंतरात्मा, राजनीति और बिहार के अधिकारों को भाजपा के यहाँ गिरवी रखा है?
नीतीश कुमार रीढ़विहीन मुख्यमंत्री है। अगर प्रधानमंत्री मोदी जी और केंद्र सरकार Bihar की विशेष दर्जे की जायज़ माँग को अस्वीकार करते है तो नीतीश जी को अंतरात्मा की आवाज़ पर तुरंत इस्तीफ़ा देकर NDA से गठबंधन तोड़ना चाहिए। कुछ तो हिम्मत दिखाइए चाचा जी। हम इस माँग पर साथ है।