स्टिंग करने वाले कोबरापोस्ट का हुआ स्टिंग, जी मीडिया के ऑपरेशन राष्ट्रवाद में सबसे बड़ा खुलासा

कोबरापोस्ट की टीम ने जिस वक्त अपने स्टिंग ऑपरेशन के लिए जी मीडिया से संपर्क किया था, उसी वक्त जी मीडिया के पत्रकारों ने उनकी मंशा को भांपते हुए उनका ही स्टिंग कर डाला।

New Delhi, Apr 02 : हाल ही में कोबरापोस्ट के एक कथित स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया गया था कि देश के ज्यादातर मीडिया संस्थान पैसे लेकर झूठी खबरे चलाने को तैयार हो गए। उस स्टिंग ऑपरेशन में ये भी दावा किया गया था कि मीडिया संस्थान प्रो हिंदुत्व की भी खबरें चलाने के लिए राजी थे। कोबरा पोस्ट के इस कथित स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम को जी मीडिया ने बेनकाब किया है। ज़ी मीडिया ने पत्रकारिता के धर्म का निर्वहन करते हुए उस स्टिंग ऑपरेशन के कर्ताधर्ता और उनकी मंशा के बारे में खुलासा किया है

Advertisement

कोबरापोस्ट की टीम ने जिस वक्त अपने स्टिंग ऑपरेशन के लिए जी मीडिया से संपर्क किया था, उसी वक्त जी मीडिया के पत्रकारों ने उनकी मंशा को भांपते हुए उनका ही स्टिंग कर डाला। जी मीडिया के स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया है कि कैसे आचार्य अटल बने पुष्प शर्मा ने जी मीडिया की टीम को झूठी, एंटी मुस्लिम और हिंदुत्व के पक्ष में खबरें दिखाने के लिए मोटी रकम का ऑफर दिया था। दरअसल सितंबर 2017 को कोबरापोस्ट के अंडरकवर रिपोर्टर पुष्प शर्मा ने आचार्य छत्रपाल अटल के छद्मनाम और संत की वेशभूषा में जी मीडिया की सेल्स टीम को संपर्क किया था। संदेह होने पर हमारी सेल्स टीम ने इसकी जानकारी वरिष्ठ पत्रकारों को दी।

Advertisement

हमारे पत्रकारों ने तय किया कि आचार्य छत्रपाल बने कोबरापोस्ट के अंडरकवर रिपोर्टर को बेनकाब किया जाए। इसके बाद आचार्य अटल बने पुष्पशर्मा को भुवनेश्वर के एक होटल में बुलाया गया। हमारी टीम ने होटल में पहले से ही खुफिया कैमरे लगा दिए। तय वक्त पर आचार्य अटल बना पुष्प शर्मा हमारी टीम से मुलाकात करने होटल पहुंचा। इसके बाद उसने हमारे पत्रकारों को हिंदुत्व से जुड़ी खबरें चलाने के लिए मोटी रकम का ऑफर दिया। लेकिन जी मीडिया के पत्रकारों ने साफ कर दिया कि हम गलत खबरें नहीं चलाएंगे और जो कुछ भी होगा सिस्टम के तहत होगा। हमने ये भी बताया कि पत्रकारिता की लाइन पर ही रहेंगे और जो सच होगा वही दिखाएंगे। इस स्टिंग में आचार्य छत्रपाल अटल मध्यप्रदेश के दो मंत्रियों के नाम का भी इस्तेमाल करता है। साथ ही उज्जैन के एक आश्रम के गुरुजी को डील का किंगपिन बता रहा… अपनी दाल गलती नहीं देख अचानक वो गायब हो गया। लेकिन पिछले दिनों जब कोबरापोस्ट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई मीडिया हाउस के खिलाफ स्टिंग दिखाया, तब जी मीडिया ने भी फैसला किया कि कोबरापोस्ट को बेनकाब किया जाए और उसका स्टिंग जी हिंदुस्तान पर दिखाया गया।

Advertisement

दरअसल कोबरा पोस्ट की मंशा था कि देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों और पत्रकारिता के सिद्धांतों के खिलाफ माहौल बनाया जाए.. ताकि मीडिया संस्थानों की छवि खराब हो जाए और लोगों को भरोसा हो जाए कि समाचार चैनलों और समाचारपत्रों में छपनेवाली ज्यादातर खबरें प्रभावित रहती हैं। एक मंशा ये भी थी कि देश की एक खास राजनीतिक पार्टी को उस स्टिंग ऑपरेशन में नाम शामिल कर बदनाम करने की, ताकि लोगों को लगे कि वो राजनीतिक दल मीडिया को धनबल से प्रभावित करते हैं। तीसरी मंशा ये थी कि 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले एक खास राजनीतिक दल के खिलाफ माहौल बनाया जाए, ताकि उसके विरोधी राजनीतिक दलों को फायदा पहुंचाया जा सके। लेकिन जी मीडिया ने स्टिंग करने वाले का ही स्टिंग कर उसे बेनकाब कर दिया।

(जी हिन्दुस्तान के फेसबुक वॉल से साभार, तमाम दावों के लिये लेखक जिम्मेदार हैं)