NDA सांसदों के वेतन ना लेने से फैसले से सहमत नहीं सुब्रमण्यम स्वामी
वेतन न लेने के पार्टी के फैसले से डॉ स्वामी असहमत, पूछा -संसद न चले तो मेरी क्या गलती ? क्यों न लूँ वेतन ? मैं राष्ट्रपति का प्रतिनिधि
New Delhi, Apr 05 : बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य डॉ सुब्रमण्यम स्वामी सांसद के रूप में अपना पूरा वेतन -भत्ता लेंगे। उन्होंने पार्टी के फैसले से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने कहा – ‘मैं हर दिन संसद जाया करता था। ऐसे में यदि सदन की कार्यवाही न चले तो इसमें मेरी क्या गलती है। मैं राष्ट्रपति का प्रतिनिधि हूं। जब तक वह ऐसा करने के लिए नहीं कहेंगे तब तक मैं कैसे कह सकता हूं कि मैं वेतन नहीं लूंगा।’
लगातार हंगामें के कारण संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। ऐसे में सांसदों के बिना काम के वेतन लेने पर सवाल उठ रहे थे। सोशल मीडिया में सांसदों की खूब खिंचाई हो रही थी। उधर बीजेपी सांसद वरुण गाँधी और मनोज तिवारी ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ की नीति लागू करने का अनुरोध किया था।
इसे देखते हुए संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने बुधवार को बीजेपी और NDA सांसदों द्वारा आधे दिन का वेतन न लेने की घोषणा की थी। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है।
डॉ स्वामी का सवाल अपनी जगह सही है। यह ठीक है कि बीजेपी या एनडीए के सांसद सदन का काम बाधित नहीं कर रहे। लेकिन इससे हंगामा करनेवाले सांसदों पर एक नैतिक दबाव बनेगा साथ ही सांसदों की छवि में भी सुधार होगा। विपक्ष को जनता के सामने जवाब देना मुश्किल होगा।