बिहार : आखिर पैसा कहां चला गया ?

मामला सिर्फ बिहार का नहीं है। आंध्रप्रदेश, तेलांगना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश समेत देश के कई राज्यों में यह विकराल स्थिति है।

New Delhi, Apr 17  : आसपास नजर दौड़ाइये SBI के किसी एटीएम में पैसा नहीं मिलेगा। यह स्थिति पिछले दो महीने से है।
2. बैंकों में भी पैसा नहीं है, ग्रामीण इलाके में पैसे को लेकर रोज कच-कच होता है। आप 20 हजार निकालने जाएं तो बैंक वाला कहता है दो हजार से काम चला लीजिये। आप उखड़ जाते हैं, हमारा ही पैसा है हमहीं क्यों नहीं निकाल सकते। बहस होती है, फिर झगड़े की नौबत आ जाती है।
3. छपरा में एक बैंक में मारपीट के बाद मैनेजर ने इस्तीफा दे दिया और बैंक अनिश्चितकाल के लिये बन्द कर दिया गया।

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4. मधुबनी में एक महिला ने बैंक मैनेजर पर मुकदमा कर दिया कि इसी की वजह से उसके पति की मौत हो गयी। बैंक ने पैसा नहीं दिया, पति का इलाज नहीं हो पाया।
5. छपरा में ही एक ग्रामीण बैंक में SHG की महिलाओं ने बैंक कर्मियों को चप्पल से पीट दिया।
6. कुछ बैंक कर्मी मित्रों का कहना है कि हम तो परेशान हैं, RBI पैसा जारी नहीं कर रहा। हमें कई दफा 2 लाख रुपये में पूरे दिन बैंक चलाने का प्रेशर रहता है
7. मामला सिर्फ बिहार का नहीं है। आंध्रप्रदेश, तेलांगना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश समेत देश के कई राज्यों में यह विकराल स्थिति है।

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8. तेलांगना में एक RTI से पता चला कि पिछले सात आठ महीनों से SBI को जारी होने वाला पैसा एक तिहाई रह गया है।
9. जमशेदपुर में खबर आई है कि SBI के एटीएम से दो हजार और पांच सौ के नोटों वाले साकेट हटा लिए गए हैं।
10. यूपी के खबर आई है कि दो हजार के नोट बैंक में वापस नहीं आ रहे। इसलिये RBI ने भी जारी करना बंद कर दिया है।
11. कुल मिलाकर एक अघोषित नोटबन्दी की स्थिति है, मगर कोई कुछ बता नहीं रहा।

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12. तीन रोज पहले दिल्ली में इस मसले पर RBI, राज्य सरकार और बैंकों की बैठक हुई। मगर इस बैठक के बाद बयान जारी किया गया कि सब ठीक है। छोटी मोटी गड़बड़ियां हैं।
13. मगर ग्रामीण इलाकों की स्थिति विस्फोटक है। जिसे बीमारी, पढ़ाई-लिखाई, या शादी ब्याह के लिये अधिक पैसा चाहिये वे परेशान-परेशान हैं। बैंक कर्मी भीषण किस्म का तनाव झेल रहे हैं। मगर बैंक के अफसर, RBI के अधिकारी या सरकार कोई कुछ बोलने के लिये तैयार नहीं है।
किसी को इस मामले की समझ हो, क्या होने वाला है यह जानकारी हो तो बताएं।

(वरिष्ठ पत्रकार पुष्य मित्र के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)