ठगी के शिकार हुए लोगों ने ठग को किया किडनैप, घर वालों से मांगी इतनी रकम
किडनैप करने वालों ने परिजनों को धमकी दी थी, कि अगर उन्हें बीस लाख रुपये नहीं दिये जाएंगे, तो राजजनम भगत की वो हत्या कर देंगे।
New Delhi, Jun 03 : पटना पुलिस के उस समय होश उड़ गये, जब बेउर जेल इलाके के एक प्रॉपर्टी डीलर का फिरौती के लिये किडनैप कर लिया गया। ये सूचना लेकर किडनैप हुए शख्स का बेटा बेउर थाना के थानेदार के पास पहुंचा। थानाध्यक्ष रंजन को जब मामले की जानकारी दी गई, तो उन्होने तुरंत अधिकारियों को इस बारे में सूचना दी, जिसके बाद पूरा पुलिस महकमा अपह्त की तलाश में जुट गया।
तीन दिन बाद बरामद
पटना के एसएसपी मनु महाराज ने तुरंत इस केस को सॉल्व करने के लिये एक स्पेशल टीम का गठन कर दिया। उनकी मेहनत रंग लाई, तीन दिन बाद पटना पुलिस की स्पेशल टीम ने प्रॉपर्टी डीलर रामजनम भगत को ढूंढ निकाला । पुलिस ने किडनैप हुए प्रॉपर्टी डीलर के साथ तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया है। फिलहाल पूछताछ जारी है।
28 मई को अपहरण
रिपोर्ट्स के अनुसार बेउर इलाके में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर रामजनम भगत को तीन दिन पहले पटना से किडनैप किया गया था, अपने कब्जे में लेने के बाद रामजनम को अरहरणकर्ताओं ने नवादा के कौआकोल इलाके में पहाड़ों के बीच छिपाकर रखा था, किडनैप करने वालों ने रामजनम को छोड़ने के बदले परिवार वालों से 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी।
हत्या की धमकी
किडनैप करने वालों ने परिजनों को धमकी दी थी, कि अगर उन्हें बीस लाख रुपये नहीं दिये जाएंगे, तो राजजनम भगत की वो हत्या कर देंगे। किडनैपर्स की दी हुई धमकी से प्रॉपर्टी डीलर के परिजन काफी डरे हुए थे, रामजनम का बेटा बिना देर किये मामले को लेकर बेउर थाने पहुंच गया, जिसके बाद इस केस को सुलझाया गया और प्रॉपर्टी डीलर को छुड़ाया गया।
तीस मई को पैसे के लिये कॉल
रामजनम भगत के बेटे रोहित के अनुसार 28 मई की सुबह उनके पिता घर से निकले थे, फिर वो वापस नहीं लौटे, जिसके बाद रोहित ने अपने पिता की तलाश में कुछ जानकारा लोगों से पूछा, लेकिन कोई पता नहीं चला, फिर 30 मई को किडनैपर्स ने इसके मोबाइल पर फोन किया और फिरौती की रकम की मांग की। रोहित को डराने के लिये उन्होने पिता के साथ मारपीट भी की। जिसके बाद रोहित तुरंत बेउर थाने पहुंच गया और पिता के किडनैप होने का मामला दर्ज करवाया, जिसके बाद बात एसएसपी मनु महाराज तक पहुंच गया।
पुलिस ने बनाई टीम
बगैर किसी देरी किये एसएसपी मनु महाराज ने सिटी एसपी वेस्ट रविन्द्र कुमार की अगुवाई में टीम बना दी, जिसमें फुलवारी शरीफ के एसडीपीओ को भी शामिल किया गया। एसएसपी ने बताया कि रामजनम को जहां से छुड़ाया गया, वो नक्सल प्रभावित इलाका है, फिरौती की रकम के लिये किडनैपर्स ने रोहित ने खूब घुमाया। एक दो, जगह नहीं बल्कि चार बार जगह में बदलाव किया, कभी रुपये लेकर लक्खीसराय बुलाते, तो कभी नवादा बुलाते।
आरोपियों ने सुनाई चौंकाने वाली कहानी
पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, आरोपियो ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलिंग के साथ ही रामजनम रुपये लेकर लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने का भी काम करता था। नौकरी लगवाने के नाम पर उसने राणा प्रताप के करीबी से करीब ढाई लाख रुपये ठग लिये, वो ना तो पैसे वापस कर रहा था और ना ही नौकरी दिलवा रहा था। इसके बाद ही रामजनम को किडनैप करने का प्लान बना।