दिन के इस समय सोना शास्त्रों में बताया गया है वर्जित, भुगतने पड़ सकते हैं घातक परिणाम
अगर आपको सोना बहुत पसंद है तो ये खबर आपके लिए है । शास्त्रों में व्यक्ति को दिन के इस समय सोने से मना किया गया है । पढ़ें ये पूरी खबर आगे ।
New Delhi, Jun 16 : हर व्यक्ति के लिए 6 से 7 घंटे की नींद बेहद जरूरी है । इससे कम सोने वाले व्यक्ति को थकान, आलस, याद्दाश्त में कमी तनाव आदि से गुजरना पड़ता है । लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जो दिन के समय भी सो जाते हैं । थकान, आलस के कारण ऐसा अकसर हो जाता है, लेकिन शायद आप नहीं जानते । दिन के समय सोना शास्त्रों में वर्जित माना गया है । साथ ही कुछ और समय भी है जब सोने की मनाही होती है ।
दिन में सोना, क्यों वर्जित है ?
थकान, आलस की वजह से दिन में ली गई नींद की एक भी झपकी आपके लिए अच्छी नहीं है । ये आपके लिए चैन की नहीं बल्कि मुसीबत की झपकी हो सकती है । दिन के समय सोना शास्त्रों में मना किया गया है । हमारे धर्म शास्त्रों में लिखा गया है ‘दिवास्वापं च वर्जयेत्’ अर्थात ‘दिन में सोना उचित नहीं है’ । दरअसल दिन में सोने वाले व्यक्ति को आलसी माना गया है और आलस में व्यक्ति किसी काम का नहीं रह जाता ।
इस वजह से है मनाही
शास्त्र कहते हैं, वर्जित समय पर यानी कि दिन में सोने पर देवी-देवताओं का आशीर्वाद नहीं मिलता । ना ही ऐसे उस घर में लक्ष्मी का निवास होता है । साथ ही आपको कई और दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है । ऐसे घर में आर्थिक उन्नति कभी नहीं हो पाती, घर में मौजूद लोगों के बीच कलह का माहौल बना रहता है ।
इन लोगों को है छूट
दिन में सोना स्वस्थ व्यक्ति के लिए वर्जित माना गया है । इस समय केवल गर्भवती स्त्री, शिशु, बुजुर्ग और अस्वस्थ व्यक्ति को ही सोने की छूट है । शास्त्रों में ऐसा इसलिए भी कहा गया है क्योंकि एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए गलत समय पर ली गई नींद स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के अलावा अपशकुन भी लाती है । सिर्फ दिन के समय ही नहीं कुछ और समय भी बताए गए हैं, जिनमें सोना सही नहीं बताया गया है ।
देर तक सोने वालों सावधान
शास्त्रों में लिखा है, ब्रह्म मुहुर्त में उठने वाला ही सफलता को प्राप्त करता है । इस समय की ताजी हवा सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है । ये आपको कई बीमारियों से बचाती है । जो व्यक्ति सुबह होने के बाद भी सोए रहते हैं उनकी सेहत तो प्रभावित होती ही है, साथ ही मां लक्ष्मी भी उनसे रूठ जाती हैं । ऐसे लोग तनाव में रहते हैं और उनके काम में भी बरकत नहीं होती है ।
सूर्यास्त का समय
शाम के समय शुभ नहीं माना जाता है । ये समय देवताओं के पृथ्वी भ्रमण का माना जाता है , ऐसे समय में जो व्यक्ति सोता रहता है उस पर देवताओं की कृपा नहीं होती है । संध्या का समय पूजा पाठ का समय है, इस समय को सोने में नहीं व्यर्थ करना चाहिए । ऐसे लोग दुर्भाग्य का शिकार हो सकते हैं । अकारण नकारात्मक ऊर्जाओं के प्रभाव में आने से बचें और दिन के इस वक्त ना सोएं ।