ऐसी मूर्तियों के दर्शन कर घर से बाहर ना निकलें, नहीं तो दिन भर होना पड़ेगा परेशान

घर के मंदिर में भगवान की मूर्तियां कभी भी एक-दूसरे के आमने-सामने ना रखें। ऐसी मूर्तियों के दर्शन से कार्य स्थल पर और घर में वाद-विवाद या कलह की स्थितियां बन सकती है।

New Delhi, Jun 18 : पुरानी मान्यता है कि घर में भगवान की मूर्तियां रखने से सकारात्मकता बनी रहती है। मूर्तियों के संबंध में शास्त्रों में नियम भी बताये गये हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि मूर्तियों से जुड़े नियमों का पालन कर हम कई परेशानियों से बच सकते हैं। अगर आपके भी घर में भगवान की मूर्तियां है, तो आइये आज हम बताते हैं कि आप किन बातों का ध्यान रखना है, जिससे आपके घऱ में खुशहाली बनी रहे।

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इन 2 देवताओं की पीठ के दर्शन करने से बचें।
अगर आपने अपने घर में गणेश जी और विष्णु जी की मूर्ति रख रखी है, तो कुछ बातों का ध्यान रखें, घर से बाहर निकलते समय ये ध्यान रखें, कि इनकी पीठ देखकर ना निकलें, ऐसा करना अशुभ नहीं माना जाता है। अगर इन दो देवताओं का पीठ देखकर आप घर से बाहर निकलेंगे, तो दिन भर परेशान रहेंगे।

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मंदिर में आमने-सामने ना रखें मूर्तियां
घर के मंदिर में भगवान की मूर्तियां कभी भी एक-दूसरे के आमने-सामने ना रखें। ऐसी मूर्तियों के दर्शन से कार्य स्थल पर और घर में वाद-विवाद या कलह की स्थितियां बन सकती है। अगर आपने अपने घर की मंदिर में ऐसा कर रखा है, तो वहां से भगवान की मूर्ति सही कर दें।

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खंडित मूर्ति घर में ना रखें।
घर के मंदिर में कभी भी खंडित मूर्तियां नहीं रखनी चाहिये। ऐसी मूर्तियों के दर्शन करने से पूजा के फल नहीं मिलते हैं। साथ ही ये अपशकुन माना जाता है। इसलिये घर के मंदिर में रखी भगवान की खंडित मूर्तियां नदी किनारे या फिर पेड़ किनारे ले जाकर रख दें।

रौद्र स्वरुप का दर्शन ना करें
घर से निकलते समय या किसी काम से बाहर जाते समय भगवान के रौद्र स्वरुप का दर्शन करने से बचें। शास्त्रों के अनुसार ऐसा करने से हमारे स्वाभाव में भी क्रोध बढ सकता है। इसलिये कोशिश करें, कि भगवान के रौद्र स्वरूप की मूर्ति या तस्वीर घर के मंदिर में ना लगाएं। अगर मूर्ति रख रखी है, तो उसका दर्शन कर घर से बाहर ना निकलें।

सौम्य स्वाभाव वाली मूर्तियां
घर के मंदिर में सौम्य और सुंदर स्वाभाव वाली मूर्तियां ही रखनी चाहिये। ऐसी मूर्तियों के रोज दर्शन करने से हमारा स्वाभाव भी ऐसा ही होने लगता है, साथ ही घर-परिवार में भी शांति-खुशहाली बनी रहती है। इसलिये कोशिश करें, कि घर के मंदिर में सौम्य स्वाभाव वाली मूर्तियां ही हो।