उपेन्द्र कुशवाहा को सबसे बड़ा सियासी झटका, पार्टी के अस्तित्व पर ‘खतरा’

बिहार विधानसभा में उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के दो विधायक हैं, और दोनों ने ऐलान किया है कि वो आज होने वाले प्रदेश कार्यकारिणी की बैक में शामिल नहीं होंगे। एमएलए ललन पासवान पहले ही पार्टी प्रमुख के खिलाफ बगावत कर अरुण गुट के साथ चले गये थे।

New Delhi, Nov 17 : एनडीए में अब तक सीट शेयरिंग का मामला नहीं सुलझ सका है, कहा जा रहा है कि रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा जल्द ही बड़ा फैसला ले सकते हैं, लेकिन पटना की जमीन पर पैर रखने से पहले ही मोदी के मंत्री को अब तक का सबसे बड़ा सियासी झटका लगा है, रालोसपा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से पहले पार्टी में बिखराव की बात सामने आ गई है। आपको बता दें कि रालोसपा के दो विधायक हैं और दोनों विधायकों ने पार्टी से किनारा कर लिया है। हालांकि इस बात का आशंका रालोसपा प्रमुख ने पहले ही जाहिर की थी। आखिरकार उनका डर सही साबित हुआ।

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दोनों विधायकों ने किया किनारा
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा में रालोसपा के दो विधायक हैं, और दोनों ने ऐलान किया है कि वो आज होने वाले प्रदेश कार्यकारिणी की बैक में शामिल नहीं होंगे। एमएलए ललन पासवान पहले ही पार्टी प्रमुख के खिलाफ बगावत कर अरुण गुट के साथ चले गये थे। आपको बता दें कि जहानाबाद सांसद अरुण कुमार भले 2014 लोकसभा चुनाव रालोसपा के टिकट पर जीते हो, लेकिन बाद में उन्होने कुशवाहा से राह अलग कर लिया। सांसद अरुण कुमार भले बाद में उपेन्द्र कुशवाहा के साथ लौट आएं, लेकिन ललन पासवान ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वो कुशवाहा के साथ नहीं हैं।

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दूसरे विधायक भी नहीं होंगे शामिल
ललन पासवान के अलावा दूसरे रालोसपा विधायक सुधांशु शेखर भी आज प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं होंगे। पिछले दिनों सुंधाशु शेखर ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी, जिसके बाद से कयास लगाये जा रहे हैं कि वो जल्द ही पाला बदल रालोसपा से जदयू में शामिल हो सकते हैं। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से पहले कुशवाहा के दोनों विधायकों का जाना उनके लिये बड़ा सियासी झटका माना जा रहा है।

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जदयू से बढ रही है नजदीकियां
रालोसपा के दूसरे विधायक सुंधाशु शेखर की जदयू से नजदीकियां बढ रही है, माना जा रहा है कि जल्द ही औपचारिक रुप से वो जदयू में शामिल हो जाएंगे, हालांकि सूत्रों का कहना है कि विधायक सदस्यता की वजह से वो रुके हुए हैं, नहीं तो जदयू में अब तक शामिल हो चुके होते। जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें हरी झंडी दिखा दी है।

एनडीए में सीट पर रार
मालूम हो कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ऐलान किया है कि बीजेपी और जदयू बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इस ऐलान के बाद उपेन्द्र कुशवाहा भी अपनी सीटों की मांग को लेकर भूपेन्द्र यादव से लेकर अमित शाह तक से मिल चुके हैं, लेकिन उन्हें मनमाफिक सीटें नहीं दी जा रही है, जिसके बाद दावा किया जा रहा था कि कुशवाहा जल्द एनडीए छोड़ महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।