मोदी के मंत्री गिरिराज सिंह ने इस्लाम के सबसे शिक्षित संस्थान को लेकर कही बड़ी बात, बवाल मचना तय

गिरिराज सिंह के इस बयान के बाद देवबंद के उलेमा काफी गुस्से में है, उन्होने कहा कि हमारा उन्हें एक मशवरा है, वो दारुल उलूम में पहले दाखिला लें, तालीम हासिल करें।

New Delhi, Nov 29 : मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है, उन्होने यूपी के सहारनपुर स्थित एशिया के सबसे सम्मानित शिक्षण संस्थानों में से एक दारुल उलूम देवबंद को आतंक का गढ कहा है। उन्होने कहा कि सहारनपुर के बारे में पता नहीं, दारुल उलूम शिक्षा का मंदिर है या आतंक का, गिरिराज सिंह ने पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद और आईएसआईएस चीफ बगदादी को दारुल उलूम का छात्र करार दिया।

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मंत्री से बयान से नाराजगी
गिरिराज सिंह के इस बयान के बाद देवबंद के उलेमा काफी गुस्से में है, उन्होने कहा कि हमारा उन्हें एक मशवरा है, वो दारुल उलूम में पहले दाखिला लें, तालीम हासिल करें, यहां देखें, कि किस चीज की शिक्षा दी जा रही है। उलेमा ने आगे बोलते हुए कहा कि हाफिज सईद और बगदादी का दारुल उलूम से कोई संबंध नहीं है, ये बात या तो साबित करें, या फिर इस बयान के लिये पूरे देश के सामने माफी मांगें।

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मुल्क का माहौल खराब करना चाहते हैं
केन्द्रीय मंत्री के बयान से आहत उलेमा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि गिरिराज सिंह हमेशा जहरीले बयान देकर इस मुल्क का माहौल खराब करने की कोशिश करना चाहते हैं, वो चाहते हैं कि हिंदू-मुस्लिम को बांटा जाए, हम चुनौती देते हुए उन्हें कह रहे हैं कि बगदादी और हाफिज सईद ने यहां शिक्षा हासिल नहीं की है।

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माफी मांगें
उलेमा ने आगे बोलते हुए कहा कि हाफिज सईद और बगदादी को लेकर वो अपने दावे को साबित करें, या फिर देवबंद वासियों से माफी मांगें, उलेमा ने कहा कि उन्होने जो घटिया और जलील बयान दिया है, वो तुरंत वापस लें, देवबंद ही नहीं बल्कि दिल्ली या हिंदुस्तान के किसी भी कोने में देवबंद से पढ चुके छात्रों से वो बात या बहस करना चाहें, तो उनकी बात का जवाब देने के लिये हर कोने से छात्र हाजिर है, उन्हें शर्मनाक बयान के लिये बिना देर किये माफी मांगनी चाहिये।

किरायेदार नहीं हिस्सेदार
उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि हिंदुस्तान का मुसलमान इस देश का किरायेदार नहीं बल्कि हिस्सेदार है, देवबंद में आकर ऐसा बयान देने का एक ही मतलब है कि वो सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों को डराने की कोशिश कर रहे हैं, इसी वजह से ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके लिये ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है, वो माफी मांगें।