नम आंखों से सूरत ने दी ‘प्रीति मैम’ को विदाई, 10 बच्चों को ऐसे जिदंगी देकर बनी मिसाल, मानवता का पढ़ा गईं पाठ

10 बच्चों को बचाने वाली प्रीति पटेल की गुरुवार को शवयात्रा निकली तो शहर के लोगों की आंखें छलक गईं। शवयात्रा वेसू गांव से उमरा श्मशान भूमि तक गई।

New Delhi, Dec 01 : सूरत के वेसू में स्थित आगम आर्केड में लगी आग से 10 बच्चों को सकुशल बचाने वाली प्रीतिबेन पटेल की गुरुवार को शवयात्रा निकली तो पूरे शहर के लोगों की आंखें नम हो गईं । शवयात्रा को वेसू गांव से उमरा श्मशान भूमि तक निकाला गया । इस दौरान प्रीति के कोचिंग में बढ़ने वाले बच्‍चों और उनके परिजनों ने भी रोते हुए उन्‍हें विदा किया । प्रीति बेन ने वो कमाल कर दिखाया जो किसी को भी मानवता का पाठ सिखा दे ।

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10 बच्चों की जान बचाई
घटना सोमवार शाम की है । जब शहर के आगम आर्केड शॉपिंग सेंटर की बिल्डिंग में अचानक आग लग गई और आग लगने से दम घुटने के कारण यहां पढ़ने वाले एक छात्र की मौत हो गई थी । हादसे की चपेट में कई बच्‍चे आ सकते थे, लेकिन प्रीति बेन जैसी टीचर हो तो बच्‍चों को कोई खतरा कैसे आ सकता था । प्रीति ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए क्‍लास में मौजूद 10 बच्‍चों को आग से बाहर पहुंचाया ।

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टीचर खुद हो गई थी बेहोश
एजुकेशन इंस्ट्रक्टर जेके पटेल के अनुसार- प्रीति बेन का हौसला भी जबरदस्त था। आगम आर्केड में जब चारों तरफ धुआं भरा था, तब सारे टीचर अपनी जान बचाकर निकलने लगे, लेकिन प्रीति ने बच्चों को अकेले छोड़कर जाना ठीक नहीं समझा। वे 13 बच्चों का हौसला बढ़ाने और उन्हें सुरक्षित निकालने का रास्ता ढूंढने लगी। जबकि, उन्हें पता था कि उनकी खुद की जान खतरे में पड़ी थी। लगभग 10 बच्चों के बाहर निकलने तक उन्होंने मशक्कत की, लेकिन फिर वो खुद ही बेहोश हो गईं, जिसके बाद उन्हें बाहर निकाला गया। अंत में निकाला गया छात्र मंथन तो अब इस दुनिया में नहीं रहा, लेकिन 12 बच्चों के सामने खड़ी मौत को उन्होंने हरा दिया।

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Best टीचर के अवॉर्ड से हुई थीं सम्‍मानित
कोचिंग की टीचर प्रीतिबेन पटेल को कुछ दिन पहले ही बेस्ट टीचर का अवॉर्ड दिया गया था । आईसीयू में मौत से जंग लड़ते हुए आखिरकार वो हार गईं । प्रीतिबेन पटेल की बुधवार रात 9:25 बजे मौत हो गई । उन्हें सोमवार शाम को ही रेस्क्यू के बाद गंभीर हालत में संजीवनी अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्‍हें एडमिट कर वेंटिलेटर पर रखा गया था । उस समय तक उनका ब्रेन काम नहीं कर रहा था ।  हालांकि प्रीति को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखने पर हार्ट काम करने लगा था । ऐसे में पहले 48 और फिर 24 घंटों के लिए ऑब्जर्वेशन पर रखा गया ।

मरणोपरांत किया जाएगा सममान
गुरुवार को हुई मनपा की सामान्य सभा की बैठक में स्थाई समिति के अध्यक्ष अनिल गोपलानी ने प्रस्‍ताव रखा,  प्रीति को मरणोपरांत सम्मानित करने के लिए रखे गए इस प्रस्‍ताव का कांग्रेस ने भी समर्थन किया । उन्‍होने कहा कि एक महिला शिक्षक ने जीवन के आखिरी क्षणों में भी अपना कर्तव्‍य पूरा किया । इसके लिए उन्हें और उनके बच्चों को सम्मानित किया जाना चाहिए ।