नतीजों से पहले ही बीजेपी में सरगर्मी तेज, अमित शाह ने तीनों प्रदेशों के साथ की मंत्रणा कर बनाया ‘प्लान’

अमित शाह ने रविवार को तेलंगाना के पार्टी प्रमुख के साथ विचार-विमर्श किया, कहा जा रहा है कि शाह ने तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष से पहले ही सियासी परिस्थितियों के लिये बात कर ली है।

New Delhi, Dec 10 : 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम कल आएंगे, एक्जिट पोल में करीबी मुकाबला होने के अनुमान के बाद बीजेपी काफी सतर्क हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बीते शनिवार को पार्टी महासचिवों के बाद रविवार को पार्टी शासित 3 प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ तेलंगाना के पार्टी प्रमुख के साथ भी अलग-अलग गहन विमर्श किया।

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पूरी तैयारी के निर्देश
एक्जिट पोल में एमपी और छत्तीसगढ में बीजेपी-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर दिखाया जा रहा है, तो तेलंगाना में चंद्रशेखर राव की पार्टी बहुमत के करीब दिख रही है, बीजेपी सूत्रों का दावा है कि हाईकमान नहीं चाहते कि नजदीकी परिणाम आने के बाद पार्टी उसके बाद तैयारी करे, इसलिये परिणाम आने से पहले ही सभी मुख्यमंत्रियों से अमित शाह ने मुलाकात की और पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिये हैं।

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राजस्थान पर सबकी नजर
राजस्थान में चुनाव ऐलान के समय कांग्रेस काफी आगे दिख रही थी, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आया, मोदी और शाह की टीम ने वहां खूब मेहनत की, आखिर में एक्जिट पोल में कांग्रेस मामूली बढत के साथ आगे दिख रही है, हालांकि बीजेपी का दावा है कि राजस्थान में भी बीजेपी बहुमत के साथ आएगी, आपको बता दें कि यहां 200 विधानसभा की सीटें हैं, सरकार बनाने के लिये 101 विधायकों की जरुरत है। जबकि एक्जिट पोल में बीजेपी को 70 से ज्यादा सीटें कोई नहीं दिखा रहा।

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तेलंगाना पार्टी प्रमुख से विमर्श
अमित शाह ने रविवार को तेलंगाना के पार्टी प्रमुख के साथ विचार-विमर्श किया, कहा जा रहा है कि शाह ने तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष से पहले ही सियासी परिस्थितियों के लिये बात कर ली है, अगर चंद्रशेखर राव की पार्टी जादूई आंकड़े से दूर रहती है, तो बीजेपी उन्हें समर्थन कर सकती है।

टीआरएस-बीजेपी
वैसे भी टीआरएस ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगर उनकी कुछ सीटें कम रह जाती है, तो उन्हें बीजेपी से समर्थन लेने में गुरेज नहीं है, इसके अलावा छत्तीसगढ में बीजेपी बहुमत से कुछ दूर रहती है, तो सीएम रमन सिंह ने पहले ही कहा है कि उन्हें पूर्व सीएम अजित जोगी की पार्टी से परहेज नहीं है, हालांकि उन्होने उम्मीद जताई है कि बीजेपी अकेले ही छत्तीसगढ में सरकार बना लेगी।