एक ही दिन में 100 पैसे से ज्यादा लुढका रुपया, सरकार ही नहीं आम आदमी की भी टूटेगी कमर

फिच रेटिंग्स के अनुसार 2019 के आखिर तक डॉलर के मुकाबले रुपये 75 तक पहुंच सकता है।

New Delhi, Dec 11 : डॉलर के मुकाबले रुपये में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है, कल रुपया 71.34 रुपये प्रति डॉलर था, जबकि आज 72.46 रुपये प्रति डॉलर पर खुला, सोमवार के मुकाबले मंगलवार को 1.12 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है, आपको बता दें कि ये 13 नवंबर के बाद रुपये का सबसे निचला स्तर है, एक्सपर्ट्स के अनुसार आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल के इस्तीफे का असर रुपये पर दिख रहा है।

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75 तक पहुंच सकता है रुपया
फिच रेटिंग्स के अनुसार 2019 के आखिर तक डॉलर के मुकाबले रुपये 75 तक पहुंच सकता है, फिच के अनुसार चालू खाते का घाटा बढने और दुनिया में कर्ज महंगा होने की वजह से रुपये में गिरावट आई है, एशिया में इस समय रुपया सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा है, ये इस साल 15 फीसदी तक कमजोर हो चुका है, इस साल 9 अक्टूबर को एक डॉलर के सामने 74.39 रुपये के नीचे के स्तर पर पहुंच गया था।

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अब आगे क्या ?
मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के सौरभ मुखर्जी ने बताया कि आगे रुपये में कमजोरी और गहरा हो सकता है, इसका असर आईटी और फार्मा सेक्टर पर पड़ेगा, सौरभ के अनुसार एक डॉलर का भाव अगर 75 रुपये के पार जा सकता है, तो ऐसे में निवेशक फार्मा कंपनियों के शेयरों खासकर डॉ. रेड्डीज और आईटी कंपनी में टीसीएस के शेयर खरीद सकते हैं, क्योंकि इनके भाव बढ सकते हैं।

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आम आदमी पर क्या होगा असर
रुपया के नीचे गिरने से आम लोगों के जीवन पर भी बड़ा असर होगा, आपको बता दें कि भारत अपनी जरुरत का करीब 80 प्रतिशत पेट्रोलियम प्रोडक्ट आयात करता है, डॉलर के मुकाबले रुपये के नीचे गिरने से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का आयात महंगा हो जाएगा, जिसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ेगा।

बिगड़ेगा घर का बजट
तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की घरेलू कीमतों में बढोतरी कर सकती है, डीजल के दाम में बदलाव आने से माल ढुलाई बढ जाएगी, इसकी वजह से महंगाई में तेजी आ सकती है, रुपये के कमजोर होने की वजह से घरेलू बाजाप में खाद्य तेलों और दालों की भी कीमत बढ सकती है, क्योंकि भारत इनका भी बड़े पैमाने पर आयात करता है।