जदयू के लिये लोजपा छोड़ेगी ये सीटें, लेकिन ‘छोटे सरकार’ ने बढा दी है नीतीश की टेंशन

लोजपा को 6 लोकसभा (5+1) और एक राज्यसभा सीट देने की बात कह अमित शाह ने एनडीए के भीतर भूचाल को थाम लिया है।

New Delhi, Dec 23 : एनडीए छोड़ महागठबंधन में उपेन्द्र कुशवाहा के शामिल होने के बाद बिहार एनडीए कुशवाहा वोटरों को साधने के लिये नये कोइरी नेता की तलाश कर ली है, बीजेपी पूर्व विधायक सम्राट चौधरी को तवज्जो देने लगी है, हालांकि ये दांव कितना सफल होगा, ये तो आने वाला समय ही बताएगा, दूसरी ओर लोजपा को 6 लोकसभा और एक राज्यसभा सीट देने की बात कह अमित शाह ने एनडीए के भीतर भूचाल को थाम लिया है, लगे हाथ ये बात भी साफ हो गई कि 2019 में रामविलास पासवान लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, सूत्र का दावा है कि इस सीट से केन्द्रीय मंत्री अपने छोटे भाई पशुपति कुमार पारस को चुनाव लड़ाएंगे, पारस फिलहाल बिहार सरकार में मंत्री हैं और लोजपा के बिहार अध्यक्ष हैं।

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दो सीटों पर पेंच
2014 लोकसभा चुनाव में लोजपा वैशाली, हाजीपुर, जमुई, खगड़िया, समस्तीपुर, मुंगेर और नालंदा से चुनाव लड़ी थी, इनमें से पहले 4 पर तो कोई पेंच नहीं है, ये सीटें इस बार भी आसानी से लोजपा को मिल जाएगी, लेकिन मुंगेर सीट पर जदयू दावेदारी ठोंक रही है, वहां से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह पिछले दो बार से चुनाव लड़ रहे हैं, इस बार भी वो इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि फिलहाल ये सीट लोजपा के साथ है, यहां से बाहुबलि सूरजभान की पत्नी वीणा देवी सांसद हैं।

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अनंत सिंह ने भी किया चुनाव लड़ने का ऐलान
2014 में चुनाव हारने के बाद ललन सिंह को नीतीश सरकार में मंत्री बना दिया गया था, लेकिन अब ललन सिंह के लिये बाहुबलि अनंत सिंह और सूरजभान सिरदर्द साबित हो सकते हैं, क्योंकि अनंत सिंह ने भी मुंगेर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, फिलहाल अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं, कुछ महीने पहले तक वो ललन सिंह के खासमखास माने जाते थे।

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लोजपा मुंगेर सीट छोड़ने को तैयार
सूत्र का दावा है कि लोजपा मुंगेर और नालंदा सीट छोड़ने को तैयार है, नालंदा पिछली बार भी लोजपा हार गई थी, मुंगेर के बदले उन्हें नवादा सीट दिया जा सकता है, कहा जा रहा है कि नवादा से केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सांसद हैं, वो पिछली बार भी बेगूसराय से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पिछली बार पार्टी ने बेगूसराय से नवादा के निवर्तमान सांसद भोला सिंह को टिकट दिया था और इन्हें नवादा से लड़ाया था, बीजेपी की रणनीति सफल रही, पार्टी दोनों सीटें निकाल ले गई। अगर नवादा लोजपा के खाते में जाती है, तो यहां से सूरजभान की पत्नी वीणा देवी चुनाव लड़ सकती हैं।

नीतीश के लिये सिरदर्द
अनंत सिंह कुछ साल पहले तक ललन सिंह और नीतीश कुमार के खासमखास कहे जाते थे, लेकिन नीतीश के लालू के साथ जाने के बाद अनंत सिंह का कद घटा, फिर एक केस में नाम आने के बाद उन्हें विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी से निकाल दिया गया, जिसके बाद उन्होने निर्दलीय चुनाव लड़ जीत हासिल की। जदयू में ना होने के बावजूद भी अनंत सिंह और ललन सिंह का रिश्ता बना रहा, दोनों कई मौकों पर एक-दूसरे की मदद करते दिखे, अब अचानक अनंत सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने के ऐलान से नीतीश कुमार और ललन सिंह की चिंता बढ गई होगी, हालांकि सूत्रों का ये भी कहना है कि ललन सिंह के इशारे पर ही अनंत सिंह ने ये ऐलान किया है, खुद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह इस बार बेगूसराय या जहानाबाद से चुनाव लड़ेंगे।