इस दिग्गज क्रिकेटर के साथ बंद कमरे में पकड़ी गई थी नूरजहां, हर नौजवान लड़के पर आ जाता था ‘दिल’

नूरजहां और पाकिस्तानी क्रिकेटर नजर मोहम्मद के किस्से आज भी मशहूर हैं, बताया जाता है कि नजर मोहम्मद का टेस्ट करियर समय से पहले ही खत्म हो गया था।

New Delhi, Dec 24 : पड़ोसी मुल्क पाक की सबसे चर्चित सिंगरों में से एक रही नूरजहां को दुनिया से गये 18 साल बीत चुके हैं, 21 सितंबर 1926 को पैदा हुई नूरजहां का असली नाम अल्लाह राखी वसाई था, वो साल 1930 से 1990 तक करीब 7 दशक तक अपनी जादूई आवाज से दर्शकों का दिल जीतती रही, उन्हें पाक में मल्लिका-ए-तरन्नुम का खिताब मिला था, बीबीसी के एक लेख के अनुसार फरीदा खानम जो कि नूरजहां की दोस्त थी, दोनों की कार जब भी लड़कों के सामने से गुजरती थी, तो धीमी हो जाती थी, ताकि दोनों मशहूर गायिकाएं उन नौजवान लड़कों को जी भर देख सके।

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रिकॉर्डिग में हो जाती थी पसीने से सराबोर
नूरजहां के बारे में कहा जाता है कि गाना रिकॉर्ड करते समय वो अपना दिल, आत्मा और दिमाग सबकुछ झोंक देती थी, नूरजहां जो ब्लाउज पहनती थी, उसका गला काफी डीप होता है, कमर से भी उसका बहुत बड़ा हिस्सा पिछे बैठे लोगों को साफ दिखता था, दोपहर डेढ बजे रिकॉर्डिग शुरु होती थी, लेकिन घंटे भर के भीतर ही उनकी पीठ पर पसीने की बूंदे दिखने लगती थी, रिकॉर्डिग खत्म होते-होते वो पूरी तरह से पसीने से सराबोर हो जाती थी।

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अपनी शर्तों पर जिंदगी जिया
महिला सिंगर के बारे में कहा जाता है कि वो उन्होने महान बनने के लिये खूब मेहनत की थी, वो अपनी शर्तों पर जिंदगी जीती थी, उनकी जिंदगी में कई अच्छे मोड़ आए, तो बुरे दौर भी उन्होने देखे, शादियां की, तलाक लिये, प्रेम संबंध बनाये, नाम कमाया और अपनी जिंदगी के आखिरी क्षणों में बेइंतहा तकलीफ भी झेली, एक बार पाक के एक नामी शख्स राजा तजम्मुल हुसैन ने उनसे हिम्मत कर पूछ ही लिया, कि आपके कितने आशिक रहे हैं अब तक, आधा ही बता दीजिए, जब तजम्मुल ने जोर दिया, तो उन्होने गिनाना शुरु किया, फिर तजम्मुल ने कुछ देर बाद पूछा कितने हुए अब तक, नूरजहां ने जवाब दिया सोलह ।

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पाक क्रिकेटर के साथ अफेयर
नूरजहां और पाकिस्तानी क्रिकेटर नजर मोहम्मद के किस्से आज भी मशहूर हैं, बताया जाता है कि नजर मोहम्मद का टेस्ट करियर समय से पहले ही खत्म हो गया था, इसकी वजह भी नूरजहां थी, महिला सिंगर को मर्द बहुत पसंद थे, एक बार उनके पति ने नूरजहां और नजर मोहम्मद को बंद कमरे में रंगे हाथों पकड़ लिया, जिसके बाद नजर पहली मंजिल की खिड़की से नीचे कूद गये, जिसकी वजह से उनका हाथ टूट गया, उन्होने अपना हाथ एक पहलवान से ठीक करवाया, लेकिन वो गलत जुड़ गया, जिसकी वजह से उन्हें टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होना पड़ा।

मानवीय मूल्यों में आस्था
पॉपुलैरिटी के शीर्ष पर होने के बावजूद भी नूरजहां का कभी मानवीय मूल्यों में आस्था कम नहीं हुई, लेखक एजाज गुल बताते हैं कि नूरजहां अकसर अपने घर पर गानों की रिहर्सल किया करती थी, एक बार वो उनसे मिलने गये, तो उनके लिये चाय मंगवाई गई, जब वो निसार को चाय दे रही थी, तो चाय की कुछ बूंदे प्याली से छलक उनके जूतों पर गिर पड़ी, जिसके बाद नूरजहां फौरन झुकी और अपनी साड़ी की पल्लू से गिरी हुई चाय की छिंटो को साफ किया, निसार ने उन्हें ऐसा करने से बहुत रोका, जिस पर उऩ्होने कहा कि आप जैसे लोगों की वजह से ही मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं। साल 1998 में नूरजहां को दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद वो दुनिया छोड़ गई, जिस पर नामी पाकिस्तानी पत्रकार ने लिखा दिल का दौरा तो पड़ना ही था उऩ्हें, पता नहीं कितने दावेदार थे उसके। और पता नहीं कितनी बार वो धड़का था उन लोगों के लिये, जिन पर मुस्कुराने की इनायत की थी उन्होने।