सर्वे लोकसभा चुनाव 2019- इन राज्यों में बरकरार है मोदी मैजिक, तो यहां बढ सकती है बीजेपी की परेशानी

इस सर्वे के मुताबिक अगर गुजरात और महाराष्ट्र की बात करें, तो बीजेपी यहां 2014 दोहराती नजर आ रही है, गुजरात के 26 लोकसभा सीटों में से बीजेपी को 24 मिलती दिख रही है।

New Delhi, Dec 25 : लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम तरह के कयास लगाये जा रहे हैं, 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कई तरह की बातें शुरु हो गई है, तीन राज्यों में सरकार बनने के बाद कांग्रेस भी आत्मविश्वास से भरी हुई दिख रही है, ऐसे में एबीपी न्यूज और सी वोटर ने देश की जनता का मूड जानने की कोशिश की है, इस सर्वे के अनुसार 2019 में भी सत्ता का रास्ता यूपी से होकर गुजर रहा है, अगर यूपी में महागठबंधन बना तो मोदी सरकार के लिये वापसी आसान नहीं होगी, लेकिन अगर मायावती और अखिलेश साथ नहीं हो पाये, तो फिर से मोदी का राजतिलक हो सकता है।

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पश्चिम बंगाल
कुल सीट- 42
टीएमसी- 32
एनडीए – 09
अन्य – 01

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एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ
इन तीनों प्रदेशों में बीजेपी ने इसी महीने सत्ता गंवाई है, सर्वे के अनुसार तीनों राज्यों की 65 विधानसभा सीटों में से बीजेपी 47 जीत सकती है , जबकि यूपीए के खाते में 18 सीटें जाती दिख रही है, अगर प्रदेश के हिसाब से बात करें, तो मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से बीजेपी के खाते में 23 और यूपीए को 06 सीटें मिल सकती है। छत्तीसगढ में मामला फिफ्टी-फिफ्टी का है, यहां की 11 सीटों में 5 बीजेपी और 6 यूपीए के जीतने की संभावना है। राजस्थान में भी बीजेपी को ज्यादा नुकसान होता नहीं दिख रहा है, यहां 25 सीटों में से बीजेपी को 19 सीटें मिलती दिख रही है , जबकि यूपीए 06 सीटों पर सिमट रहा है, हालांकि 2014 में बीजेपी ने राजस्थान में क्लीन स्वीप किया है, कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी।

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गुजरात और महाराष्ट्र
इस सर्वे के मुताबिक अगर गुजरात और महाराष्ट्र की बात करें, तो बीजेपी यहां 2014 दोहराती नजर आ रही है, गुजरात के 26 लोकसभा सीटों में से बीजेपी को 24 मिलती दिख रही है, जबकि 2 सीटें कांग्रेस जीत सकती है। गुजरात के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में एनडीए के लिये अच्छी खबर नहीं है, इस प्रदेश में लोकसभा की 48 सीटें है, यहां बीजेपी-शिवसेना 18 सीटों पर सिमट सकती है, जबकि कांग्रेस-एनसीपी को 30 सीटें मिलती दिख रही है, हालांकि अभी ये भी फाइनल नहीं है कि शिवसेना और बीजेपी मिलकर चुनाव लड़ेंगे, यानी आंकड़ों में फेरबदल हो सकता है।

ओडिशा
पिछले कुछ सालों से लगातार बीजेपी कार्यकर्ता ओडिशा में कमल की जड़े जमाने के लिये काम कर रहे हैं, जिसका फायदा भी होता दिख रहा है, इस प्रदेश की 21 लोकसभा सीटों में से एनडीए के खाते में 15 सीटें मिलती दिख रही है, जबकि नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल को सिर्फ 06 सीटें मिलती नजर आ रही है। बीजेपी को सबसे ज्यादा झटका दक्षिण भारत में लग सकता है। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल की 129 सीटों में एनडीए के खाते में सिर्फ 15 सीटें मिलती नजर आ रही है, जबकि यहां यूपीए 80 सीटों के साथ बाजी मारती दिख रही है।