कांग्रेस सरकार के विभाग बंटवारे पर शिवराज सिंह चौहान ने ली चुटकी, तिलमिला जाएंगे कमलनाथ

पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गुटबाजी के आधार पर मंत्री पद बांटे गये हैं, लेकिन विभागों के लिये मारामारी करना ठीक नहीं है।

New Delhi, Dec 29 : मध्य प्रदेश में सीएम कमलनाथ ने मंत्रियों को विभाग बांट दिये हैं, उससे पहले तीन दिनों तक विभागों को लेकर खींचतान चलता रहा, इस खींचतान पर पूर्व सीएम शिवराज सिंग चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा कि गुटबाजी के बीच मंत्रिमंडल का गठन तो हो गया, किस गुट को कितने मंत्रालय मिले, ये भी तय हो गया, लेकिन विभागों के बंटवारे को तो मुख्यमंत्री की इच्छा के अनुसार करने देना चाहिये, क्योंकि ये सीएम का विशेषाधिकार होता है।

Advertisement

शिवराज ने की मीडिया से बात
गुरुवार दोपहर ग्राम छीरखेड़ा स्थित अपने फॉर्म हाउस पर शिवराज सिंह चौहान मीडिया से बात कर रहे थे, उन्होने विभागों के बंटवारे के सवाल पर हंसते हुए कहा कि मैं दूसरों के काम में टांग क्यों अड़ाऊं, मेरी चिंता प्रदेश को लेकर है, कांग्रेस ने मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है। अब विभागों का बंटवारा भी हो जाना चाहिये।

Advertisement

गुटबाजी के आधार पर बनें मंत्री
पूर्व सीएम ने आगे बोलते हुए कहा कि गुटबाजी के आधार पर मंत्री पद बांटे गये हैं, लेकिन विभागों के लिये मारामारी करना ठीक नहीं है, कांग्रेस के नेता अपने विधायकों के लिये मनपसंद विभाग क्यों चाह रहे हैं, अगर काम करना है, तो किसी भी विभाग में बेहतर काम किया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस नेता अपने पसंद के लोगों को पसंद का विभाग दिलाने की कोशिश कर रहे हैं, ये शुभ लक्षण नहीं है।

Advertisement

टाइगर जिंदा है पर सफाई
शिवराज सिंह चौहान ने अपने टाइगर जिंदा है वाले बयान पर भी सफाई दी, उन्होने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद जब लोगों के बीच वो पहुंचे, तो लोगों का कहना था कि अब क्या होगा, जिसके बाद मैंने कहा, मैं हूं ना, कोई गड़बड़ नहीं होने दूंगा, टाइगर जिंदा है, कहने के पीछे मेरा भाव था, कि प्रदेश सरकार से मैं सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा रखता हूं, यदि कोई गड़बड़ की तो जबरदस्त विरोध किया जाएगा।

बेटे के साथ खेत का जायजा लेने पहुंचे
पूर्व मुख्यमंत्री गुरुवार दोपहर करीब तीन बड़े अपने बेटे कार्तिकेय के साथ फॉर्म हाउस पहुंचे, वहां करीब एक घंटे तक वो खेतों का जायजा लेते रहे, साथ ही दूध डेयरी की भी जानकारी ली, इस दौरान वहां आस-पास के गांव के कुछ ग्रामीण भी पहुंच गये, शिवराज ने सभी किसानों को गले लगाया, तो कुछ ग्रामीण युवकों ने उनके साथ सेल्फी ली, फिर शाम को पूर्व सीएम भोपाल लौट गये।