देश के सबसे बड़े ‘जूना अखाड़ा’ के संत पहुंचे कुंभ, ऐसा था संगम तट पर उनका शाही अंदाज

प्रयागराज में शुरू हो गया है कुंभ का शाही स्‍नान, संगम तट पर श्रद्धालुओं के जमावड़े के साथ हो गई है अखाड़ों के आगमन की शुरुआत । पहला स्‍नान देश के सबसे अखाड़े के संतों द्वारा किया गया ।

New Delhi, Jan 15 : संगम नगरी तीर्थराज प्रयागराज में आज से कुंभ स्नान शुरु हो गया है । यहां संगम तट पर श्रद्धालुओं की जमकर भीड़ लगी हुई है । अस्‍था के इस मेले में श्रद्धालु देश और दुनिया के कोने-कोने से यहां पहुंचते हैं और जय गंगा मैया के जयकारे के साथ पवित्र नदी में डुबकी लगाते हैं । हालांकि यहां स्‍नान करना इतना भी आसान नहीं, आम जन कड़ी मशक्‍कत से यहां पहुंच रहे हैं । वहीं अखाड़ों का आगमन भी यहां शुरू हो गया । पहले ही दिन स्‍नान को पहुंचे जूना अखाड़ा का अंदाज कुछ इस तरह रहा कि भक्‍त देखते रह गए ।

Advertisement

जूना अखाड़ा ने लगाई ड़बकी
देश का सबसे बड़ा अखाड़ा जूना अखाड़ा माना जाता है, इस अखड़े के साधु संत शाही अंदाज मेंसंगम तट पर पहुंचें । कई प्रकार की झांकियों के साथ इस अखाड़े के संत यहां पहुंचे और स्‍नान किया । श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा और तोपोनिधि श्री पंचायती आनंद अखाड़े के संतों ने आज पहले दिन स्‍नान किया । दोनों ही आखाड़ों के संत स्‍नान के बाद अपने शिविर की ओर प्रस्थान कर चुके हैं।

Advertisement

ये अखाड़े भी पहुंचे
श्री पंच दशनाम जूना अखडउ़े के साथ ही संगम तट पर स्‍नान के लिए अग्नि अखाड़ा और अवाहान अखाड़े के संत भी संगम तट पर पहुंच गए हैं । श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के बाद अटल अखाड़े के संतों ने यहां शाही स्नान किया । मंगलवार को पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने सबसे पहले संगम तट पर डुबकी लगाई । चली आ रही परंपरा के मुताबिक सबसे पहले अखाड़े के भालादेव ने स्नान किया । उसके बाद नागा साधुओं ने फिर आचार्य महामंडलेश्वर और साधु-संतों ने स्नान किया ।

Advertisement

हजारों श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे
प्रयागराज में चल रहे इस कुंभ के दर्शन को देश और दुनिया के कोने – कोने से लोग आते हैं । पवित्र कुंभ में दर्शन और स्‍नान के लिए पहुंचने वाले लोगों के लिए खास व्‍यवस्‍थाएं की गई हैं । साधु-संतों के लिए खास शिविर लगाए गए हैं ताकि किसी प्रकार की कोई अव्‍यवस्‍था ना फैले । संगम तट पर आमजनों की भी बड़ी आवाजाही जारी है । प्रयाग राज में किसी प्रकार की कोई दुर्घटना ना हो इसके लिए सुरक्षा व्‍यवस्‍था भी चाक चौबंद रखी गई है ।