बिहार की बेटी का अमेरिका में जलवा, भगवद् गीता हाथ में लेकर ली सीनेटर पद की शपथ, लगाया ‘जय हिंद’ का नारा

मोना ने भारत के अन्‍य हिस्से भी घूमने की इच्छा व्यक्त की । मोना दास ने कहा कि मैं भारत के बाकी हिस्सों मे घूमना चाहती हूं, क्योंकि भारत ही  मेरा मूल देश है ।

New Delhi, Jan 22 : मोना दास, भारतीय मूल की इस महिला ने अमेरिका में देश का नाम ऊंचा किया है । मोना दास अमेरिका के वाशिंगटन के 47वें जिले की सीनेटर चुनी गई हैं । मोना दार बिहार के मुंगेर जिले में जन्मीं है और खास बात ये कि उन्हें यह सफलता पहले ही प्रयास में मिल गई है । डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य मोना दास ने सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान में स्नातक किया है। मकर संक्राति के दिन मोना दास ने शपथ ली थी ।

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गीता पर हाथ रखकर ली शपथ, कही बड़ी बात
मोना दास ने अमेरिकी सेनेट पद के तोर पर शपथ ली । उन्‍होने भारतीय संस्कृति के अनुसार गीतापर हाथ रख कर पद की शपथ ली । मोना ने यहां  अपने संदेश में कहा कि एक लड़की को शिक्षित करके आप पूरे परिवार और आने वाली पीढ़ियों को भी शिक्षित करते हैं । निश्‍चय ही चुनकर आई सदस्‍य के रूप में दास अपने जैसी अन्‍य लड़कियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं ।

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बिहार को भी किया याद
इस मौके पर मोना दास ने अपनी जन्मभूमि को भी याद किया, उन्‍होने कहा कि उनकी योजना है कि एक दिन मैं अपने पैतृक घर बिहार के दरियापुर जाऊं । मोना ने भारत के अन्‍य हिस्से भी घूमने की इच्छा व्यक्त की । मोना दास ने कहा कि मैं भारत के बाकी हिस्सों मे घूमना चाहती हूं, क्योंकि भारत ही  मेरा मूल देश है ।

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8 माह में अमेरिका चली गईं थीं मोना
मोना दास का जन्म 1971 में बिहार के दरभंगा अस्पताल में हुआ । वो जब 8 महीने की थीं तभी उनके मां-बाप उन्‍हें अमेरिका ले गए थे । मोना के पिता सुबोध दास पेशे से इंजीनियर हैं । आपको बता दें कि मोना दास ने सीनेटर चुनाव में 2 बार के रिपब्लिकन सीनेटर जो फैन को हराया, जो उनकी वाकई बड़ी जीत है । मोना सीनेट हाउसिंग स्टेबिलिटी एंड अफोर्डेबिलिटी कमेटी की वाइस चेयरमैन के रूप में आगे काम करेंगी ।