बिहार में भी प्लान बी पर भी बात कर रहे हैं तेजस्वी यादव, कांग्रेस के रवैये से टूट सकता है ‘महागठबंधन’

सूत्रों का कहना है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 16 सीटों पर दावा ठोंक रही है, ये संकेत भी दे रहे हैं कि कांग्रेस किसी भी हाल में 12 सीटों से कम में समझौता नहीं करेगी।

New Delhi, Jan 24 : बिहार में सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में खींचतान शुरु हो गई है, इस खींचतान का तनाव सीधे कांग्रेस के माथे पर दिखने लगा है, कयास ये लगाये जा रहे हैं कि बिहार में भी महागठबंधन के दल कांग्रेस के बिना ही चुनावी मैदान में उतरने का मन बना रहे हैं, कहा जा रहा है कि राजद, कुशवाहा के अलावा मांझी, मुकेश सहनी और वामपंथी पार्टियों के साथ महागठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरने का मन बना रही है।

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सम्मानजनक सीटें
कांग्रेस ने उम्मीद जताई है कि बिहार में उसे सम्मानजनक सीटें दी जाएगी, यूपी की तरह बर्ताव नहीं किया जाएगा, कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह के अनुसार बिहार में राजद भले बड़े भाई की भूमिका में हो, लेकिन देश में एनडीए के खिलाफ राहुल गांधी ही चेहरा हैं। उन्होने आगे कहा कि महागठबंधन में कोई समस्या नहीं है, बातचीत जारी है, जल्द ही सबकुछ तय हो जाएगा।

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क्या है विवाद की जड़
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार हाल ही में विधानसभा चुनावों में मिली जीत से खुश कांग्रेस 10 से कम सीटों पर समझौता करने को राजी नहीं होगी, इसके साथ ही गरीबों को दिये गये आरक्षण को लेकर दोनों पार्टियों का अलग रुख है, कांग्रेस और राजद दोनों सवर्ण मतदाताओं को ये दिखाने की कोशिश करेगी, कि उन्होने एक-दूसरे से नाता तोड़ लिया, इससे राजद के पारंपरिक वोट बैंक पर पकड़ और मजबूत होगी।

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एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी
राजद के अनुसार दूसरे प्रदेशों में विधानसभा चुनाव जीतने से बिहार में कांग्रेस की स्थिति नहीं सुधरी है, वहीं कांग्रेस के भी एक नेता ने राजद पर पलटवार करते हुए कहा कि राजद को भी याद करना चाहिये, कि 2014 लोकसभा चुनाव में उसे कितनी सीटें मिली थी, ये विधानसभा का चुनाव नहीं है, इसलिये हमें कम ना आंका जाए।

बिना कांग्रेस गठबंधन फॉर्मूला
सूत्रों का कहना है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 16 सीटों पर दावा ठोंक रही है, ये संकेत भी दे रहे हैं कि कांग्रेस किसी भी हाल में 12 सीटों से कम में समझौता नहीं करेगी, यही वजह है कि राजद ने बिना कांग्रेस के ही गठबंधन के फॉर्मूले पर विचार करना शुरु कर दिया है।

कांग्रेस को अनंत सिंह पसंद हैं
अखिलेश सिंह के अनुसार मोकामा विधायक अनंत सिंह जितने भी मामलों में नामित हैं, उनमें से किसी में भी उन्हें दोषी करार नहीं दिया गया है, या सजा नहीं हुई है, कांग्रेस पार्टी उन्हें मुंगेंर से चुनाव लड़ाना चाहती है, आपको बता दें कि बाहुबलि विधायक अनंत सिंह का विधानसभा क्षेत्र मोकामा भी मुंगेर में ही आता है, 18 जनवरी को उन्होने एक रोड शो कर अपनी उम्मीदवारी का दावा ठोंक दिया है। कांग्रेस उन्हें लेकर सकारात्मक है, जबकि तेजस्वी ने कहा था कि अनंत सिंह जैसे दागियों के लिये महागठबंधन में जगह नहीं है।