कर्नाटक में फिर घमासान, इतने नाराज हो गए मुख्‍यमंत्री कुमारस्‍वामी कि दे डाला बड़ा बयान, कांग्रेस के छूटे पसीने

कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी एक बार फिर नाराज नजर आए । कांग्रेसी नेताओं के उनको मुख्‍यमात्री ना मानने के बयान से खफा मुख्‍यमंत्री ने इस बार पद छोड़ने तक की बात कह दी ।

New Delhi, Jan 28 : कर्नाटक में सरकार का संकट खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा । महागठबंधन फॉर्मूले से बनी कर्नाटक की नई सरकार में कांग्रेस और जेडीएस का तालमेल मेल नहीं खा रहा । सरकार पर फिर से संशय के बादल मंडराने लगे हैं । राजनीतिक उठापठक के बीच कांग्रेस की ओर से आ रहे बयान मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को नाराज कर रहे हैं । मुख्‍यमंत्री से जब इस बाबत सवाल पूछे गए तो वो नाराज होकर बोल पड़े कि कांग्रेस के विधायक अपनी लाइन क्रॉस कर रहे हैं, अगर ऐसा ही रहा तो वो पद छोड़ने को भी तैयार है । कुमारस्‍वामी ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को अपने विधायकों को कंट्रोल करना चाहिए ।

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‘कुमारस्‍वामी नहीं सिद्धारमैया’
आपको बता दें कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के कुछ विधायकों ने बयान दिया था कि उनके नेता कुमारस्वामी नहीं बल्कि कांग्रेस के सिद्धारमैया हैं । इस बयान पर मुख्‍यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने जवाब दिया है । कुमारस्वामी ने एनएनआई से बातचीत में कहा कि कांग्रेस को इन सभी मुद्दों को देखना चाहिए, अगर वो ये सब जारी रखना चाहते हैं तो मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं । कांग्रेस विधायकों का ये बयान मुख्‍यमंत्री समेत जेडीएस विधायकों को नागवार गुजर रहा है ।

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निर्दलीय विधायकों ने लिया समर्थन वापस
आपको बता दें पिछले कुछ समय से कर्नाटक की सरकार पर संकट मंडरा रहा है । कुछ दिन हीहुए हैं जब दो निर्दलीय विधायकों ने कुमारस्वामी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था । कांग्रेस के भी कुछ विधायक नाराज चल रहे थे, कहा जा रहा था कि ये नाराज विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में थे । अफवाहें तेज थीं कि कुछ ही दिनों में महागठबंधन की सरकार टूट जाएगी और बीजेपी का कमल खिलेगा ।

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लगातार नाराजगी की खबरें, बीजेपी खेमे में सुगबुगाहट
इस दौरान कांग्रेस विधायक मुंबई में थे, उस दौरान बी.एस. येदियुरप्पा अपने 104 विधायकों के साथ गुरुग्राम में डेरा डाले हुए थे । बताया गया कि यहां वह पार्टी प्रमुख अमित शाह से मिलने आए थे । कर्नाटक में पिछले साल ही चुनाव हुए, तब से कई बार कांग्रेस और जेडीएस के बीच तल्खी देखने को मिली है । कर्नाटक के समीकरण देखें तो सरकार बनाने के लिए यहां 113 विधायकों की जरूरत है । कुमारस्वामी सरकार में कांग्रेस के 80 और जेडीएस के 37 यानी कुल 117 विधायक हैं । 2 निर्दलीय विधायकों और एक बसपा विधायक पहले ही समर्थन वापस ले चुका है । वहीं बीजेपी के पास 104 विधायक हैं, सरकार बनाने के लिए उसे 9 विधायकों की ही जरूरत है ।

कुमारस्‍वामी का पिछला बयान
इससे पहले एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये मेरा दुर्भाग्य है कि मेरे सीएम रहते हुए गठबंधन सरकार एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार मुश्किलों में आई, जब मैं सीएम बना था, तब भी सरकार गिराने की भरपूर कोशिश की गई, एक बार फिर से ऐसा करने की कोशिश की जा रही हैं, इस वजह से मैं काम नहीं कर पा रहा हूं, मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहता हूं। आपको बता दें कि कुमारस्वामी इससे पहले भी एक बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, फरवरी 2006 से अक्टूबर 2007 तक वो कर्नाटक के सीएम रहे थे, तब बीजेपी ने उन्हें समर्थन दिया था, हालांकि तब भी वो अपना कार्यकाल पूरे पांच साल नहीं चला सके थे, फिलहाल 7 महीने से कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार में वो मुख्यमंत्री हैं।