प्रियंका के बाद प्रियदर्शिनी की एंट्री, ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी इस सीट से लड़ सकती है चुनाव

ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस महासचिव बनाये जाने के साथ ही पश्चिमी यूपी के 40 संसदीय सीटों का प्रभारी बनाया गया है।

New Delhi, Feb 07 : एमपी में कांग्रेस के गढ कगे जाने वाले गुना लोकसभा सीट से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी सिंधिया को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी है, दरअसल ज्योतिरादित्य राहुल गांधी की टीम के सबसे अहम सदस्यों में से एक गिने जाते हैं, उन्हें पश्चिमी यूपी का प्रभारी बनाया गया है, कहा जा रहा है, कि उन्हें यूपी की किसी सीट से चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।

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सिंधिया परिवार का कब्जा
आपको बता दें कि गुना संसदीय सीट से सिंधिया परिवार का सालों से कब्जा हैं, पहले राजमाता विजयराजे सिंधिया यहां से चुनाव लड़ती थी, हालांकि वो कांग्रेस के खिलाफ लड़ती थी, फिर उनके बेटे माधवराव सिंधिया यहां से चुनाव लड़ने लगे, उनके बाद ज्योतिरादित्य यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार प्रियदर्शिनी को चुनावी मैदान में उतारने की मांग की जा रही है।

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जिम्मेदारी संभाले
ज्योतिरादित्य को कांग्रेस महासचिव बनाये जाने के साथ ही पश्चिमी यूपी के 40 संसदीय सीटों का प्रभारी बनाया गया है, बड़ी जिम्मेदारी मिलने की वजह से अब उनकी सक्रियता गुना से ज्यादा पश्चिमी यूपी में रहने के आसार हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि सिंधिया अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से संभालें, लिहाजा गुना सीट से महारानी प्रियदर्शनी चुनावी मैदान में उतरे।

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गुना सीट पर राजपरिवार का प्रभाव
स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गुना सीट पर लंबे समय से सिंधिया परिवार का प्रभाव रहा है, यहां से राजघराने का सदस्य या उनके समर्थन से ही लोग चुनाव जीतते रहे हैं, विश्लेषक ने कहा कि अगर राजपरिवार की बहू प्रियदर्शिनी चुनावी मैदान में उतरती है, तो कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होने वाला, यहां फिर से जीत का सेहरा उन्हीं के सिर बंध सकता है।

मोदी लहर के बावजूद जीत
आपको बता दें कि 2014 में मोदी लहर माना गया, एमपी की 31सीटों में से बीजेपी 29 जीतने में सफल रही, इसके बावजूद कांग्रेस ने गुना और छिंदवाड़ा सीट बचा लिया, कहा जा रहा है कि राहुल गांधी को इस बार छिंदवाड़ा से उतारा जा सकता है, क्योंकि इस सीट से मौजूदा सांसद कमलनाथ अब मुख्यमंत्री बन चुके हैं, इसके साथ ही छिंदवाड़ा कांग्रेस के लिये सुरक्षित सीट मानी जाती है, इस सीट से चुनाव लड़ने से राहुल गांधी को फायदा ये होगा, कि वो देशभर में चुनाव अभियान पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे।