कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को लेकर कही बड़ी बात, 41 के बदले 82 चाहिये
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ये सोचना भारत सरकार का काम है कि कैसे कार्रवाई करें, लेकिन ये स्पष्ट है कि कुछ कदम कदम तो तत्काल उठाये जाने की जरुरत है।
New Delhi, Feb 19 : पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कश्मीर में भारतीय जवानों की हत्या से पूरा देश परेशान है, पाकिस्तान का खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये, ये कार्रवाई सैन्य, राजनियक और आर्थिक रुप से की जा सकती है, इसके साथ ही तीनों को मिलाकर भी की जा सकती है, कैप्टन ने पुलवामा हमले में शहीद प्रत्येक जवान के लिये दो को मारने की मांग की, उन्होने कहा कि ये स्पष्ट है कि पाक सेना गोलियां चला रही हैं, पीएम इमरान खान भी वहां सेना की ही पौध हैं, सीएम ने कहा कि हमारे 41 लोग मार दिये गये हैं, हमें उनके 82 चाहिये, वो आंख के बदले आंख और दांत के बदले दांत की मांग करते हैं।
तत्काल कदम उठाने की जरुरत
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ये सोचना भारत सरकार का काम है कि कैसे कार्रवाई करें, लेकिन ये स्पष्ट है कि कुछ कदम कदम तो तत्काल उठाये जाने की जरुरत है, भारत को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिये, कैप्टन ने कहा कि कोई किसी को युद्ध करने के लिये नहीं कह रहा है, लेकिन सैनिकों की हत्या कोई मजाक नहीं है।
मैं परेशान हूं- कैप्टन
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ करने की आवश्यकता है, पूरा देश गुस्से में है, सीएम ने कहा कि भारत सरकार जो भी कदम उठाएगी, वो उसमें उनका साथ देंगे, पाक के पास परमाणु बम है, इसलिये वो भारत को ब्लैकमेल नहीं कर सकता, साल 1999 में भारतीय सुरक्षा बलों ने उन्हें तब भी हराया था, जब उनके पास परमाणु क्षमता थी।
सिद्धू ने की थी बातचीत की वकालत
सीएम ने कहा कि अगर पाकिस्तान समर्थित आतंकी धोखे से हमारे सैनिकों पर वार कर सकते हैं, तो हमें भी कुछ करने की जरुरत है, आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का ये बयान उनके मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बयान के बाद आया है, सिद्धू ने पुलवामा हमले के बाद पाक से बातचीत की मांग की थी। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू एक क्रिकेटर रहे हैं, मैं फौजी रहा हू्ं, वो सेना की शहादत के दर्द को नहीं समझ सकते।
कश्मीर में कार्रवाई
मालूम हो कि अमरिंदर सिंह भी पूर्व सैनिक रहे हैं, उन्होने कहा कि सेना को युवाओं पर पैलेट गन चलाने और उन्हें अंधा करने के बजाय जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों पर कार्रवाई करनी चाहिये, कश्मीरी युवाओं का मन प्रेम और प्यार से जीतने की जरुरत है, साथ ही उन्होने ये भी कहा कि पुलवामा हमले को लेकर खुफिया विभाग से भी सवाल पूछे जाने चाहिये, कि वो विफल क्यों हुए।