पहले किया 7 दिनों में कर्जमाफी का वादा, अब खुद माफी मांग रही है कांग्रेस

रविवार को जैसे ही आचार संहिता लागू हुआ, वैसे ही एमपी के सीएम कमलनाथ के नाम से किसानों को मोबाइल पर एसएमएस भेजने का सिलसिला शुरु हो गया।

New Delhi, Mar 11 : देश में सत्ता हासिल करने के लिये सरकार बनने के सात दिनों के भीतर ही किसानों का कर्ज माफी का ढिढोरा पीटने वाली कांग्रेस सरकार 75 दिन बाद भी अपने वायदे पूरी नहीं कर सकी है, किसानों के कर्जमाफी के लिये आवेदन के बाद चिन्हित किसानों को प्रमाण पत्र तो दे दिया गया, लेकिन बैंकों में पैसा ना होने की वजह से किसान ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

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चुनाव बाद स्वीकृति
रविवार को जैसे ही आचार संहिता लागू हुआ, वैसे ही एमपी के सीएम कमलनाथ के नाम से किसानों को मोबाइल पर एसएमएस भेजने का सिलसिला शुरु हो गया, जिसमें सीएम के हवाले से कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही आचार संहिता लागू हो गया है, इस वजह से कर्जमाफी को स्वकृति नहीं मिल पाएगी। चुनाव बाद इसे स्वीकृति दी जाएगी।

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सरकार का छलावा
दोपहर बाद मिले इन संदेशों को पढकर किसान एक बार फिर से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, वो इसे सरकार का छलावा मान रहे हैं, कि फिर लोकसभा चुनाव में इसी के नाम पर वोट ले लेंगे, उसके बाद टाल देंगे, कर्ज के बोझ तले दबे किसानों को कांग्रेस ने कर्जमाफी का सपना दिखाकर विधानसभा चुनाव में वोट लिया था, लेकिन अभी तक किसानों के कर्जमाफ नहीं किये गये हैं।

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सरकार की ओर से आश्वासन
एक वेबसाइट में छपी रिपोर्ट के अनुसार बैतूल के रहने वाले लालू वर्मा ऐसे ही किसान हैं, उन पर 47 हजार का कर्ज है, पहल उनके पास मैसेज आया था कि उनका कर्ज माफ हो गया, फिर रविवार को दूसरे मैसेज ने उनकी परेशानी बढा दी, इस मैसेज में लिखा है कि अब उनका कर्ज आचार संहिता की वजह से माफा नहीं हो पा रहा है, लालू वर्मा को डर है कि 31 मार्च तक अगर कर्ज नहीं चुकाया, तो खाता ओवर ड्यू हो जाएगा, साथ ही भविष्य में मिल ने वाले कर्ज में भी परेशानी होगी।