दिनदहाड़े महिला ड्रग इंस्पेक्टर को हत्यारे ने मारी गोली, नहीं भूल पाया था दस साल पुरानी बात
नेहा शौरी ने 29 सितंबर 2009 को जसप्रीत मेडिल स्टोर पर छापा मारा, इस दौरान नशे में प्रयोग होने वाली 35 तरह की दवाईयां आरोपी के स्टोर से बरामद हुई थीं । जिससे जुड़े दसतावेज वो नहीं दिखा पाया ।
New Delhi, Mar 30 : पंजाब के खरड़ में दिनदहाड़े एक महिला ड्रग इंस्पेक्टर की हत्या से सनसनी मच गई । आरोपी उनके दफ्तर में घुसा और सीने पर गोली दाग दी । महिला अफस्र ड्यूटी पर थी और रोज कर तरह अपने काम पर तैनात थी । आरोपी ने हत्या के बाद वहां से भागने की भी कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया । कुछ होता इससे पहले ही उसने खुद को भी गोली मार दी । पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है, आखिर ऐसा क्यों हुआ और हत्यारे की क्या मंशा थी ।
नेहा शौरी की दफ्तर में घुसकर हत्या
38 साल की ड्रग इंस्पेक्टर बेहद ही ईमानदार अफसर बताई जा रही हैं । अफसर की हत्या की इसवारदात ने उनके जानने वालों को सन्न कर दिया है पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार जोनल लाइसेंसिंग आथॉरिटी के पद पर तैनात महिला अधिकारी नेहा शौरी की शुक्रवार को उनके ही दफ्तर में सीने पर गोली मारकर हत्या कर दी गई । उन्हें जख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होने यहां कुछ समय बाद ही दम तोड़ दिया ।
आरोपी ने खुद को भी मारी गोली
महिला अफस्र को गोली मारने वाले शख्स बलविंदर सिंह ने इसके बाद खुद को भी गोली मार ली । उसे भीड़ ने पकड़ लिया था, जिसके बाद उसने डर से खुद को भी गोली मार ली । जिसके बाद उसे भी अस्पताल ले जाया गया लेकिन यहां उसकी मौत हो गई । मृतक पंजाब के बठिंडा का निवासी बताया जा रहा है । हत्या के पीछे उसका मकसद क्या रहा होगा ये राज तो उसके साथ ही दफन हो गया, लेकिन जांच पड़ताल में महिला अफसर से उसका 10 साल पुराना कनेक्शन सामने आया है ।
2009 में लाइसेंस हुआ था कैंसल
मीडिया को मिली जानकारी के अनुसार आरोपी बलविंदर साल 2009 में मोरिंडा में जसप्रीत मेडिकल स्टोर नाम से एक कैमिस्ट शॉप चलाता था । उस दौरान डॉ नेहा शौरी रोपड़ में ड्रग इंसपेक्टर के रूप में तैनात थीं । नेहा शौरी ने 29 सितंबर 2009 को जसप्रीत मेडिल स्टोर पर छापा मारा, इस दौरान नशे में प्रयोग होने वाली 35 तरह की दवाईयां आरोपी के स्टोर से बरामद हुई थीं । जिससे जुड़े दसतावेज वो नहीं दिखा पाया । रेड के बाद नेहा ने जसप्रीत मेकिडल स्टोर का लाइसेंस कैंसिल कर दिया था । पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि कैमिस्ट शॉप का लाइसेंस रद्द होने के कारण वो तनाव में रहता था । उसने इसी 8 मार्च 2019 को लाइसेंस पर 32 बोर की रिवाल्वर खरीदी थी । जिसका प्रयोग उसने डॉक्टर शौरी की हत्या में किया । नेहा शौरी 38 वर्ष की थीं, शादीशुदा थीं, उनकी एक बेटी भी है ।
This is Neha Suri, she was an honest Drug testing officer.
She was just shot dead at her lab by a chemist for keeping us a authorized drugs.
This happened in Punjab. She was 38.If only the Media focused on honest officers for a change.@VORdotcom @fayedsouza @VishalDadlani pic.twitter.com/CceUC5Nc9v
— Caralisa Monteiro (@runcaralisarun) March 30, 2019