सैंकड़ों साल से बनाया जा रहा है अप्रैल Fool, सालों पहले ऐसे हुई थी शुरुआत, मजेदार है इतिहास

आपस में मजाक करना, एक दूसरे को किसी बात पर उल्‍लू बनाना, मूर्खतापूर्ण हरकतें करना ये सब मूर्ख दिवस पर खूब किया जाता है । इस दिन का इतिहास सैंकड़ों साल पुराना है ।

New Delhi, Apr 01 : अप्रैल फूल, जी हां आज एक अप्रैल है और इस दिन का स्‍कूल में बड़ा इंतजार रहता था । बच्‍चों में इस दिन को लेकर बड़ा क्रेज होता है, वो इस दिन किस को अप्रैल फूल बनाएंगे इसके लिए वो कई-कई योजनाएं पहले से बनाकर रखते हैं । ये दिन कई देशों में बड़े मजे के साथ सेलिब्रेट होता है । लेकिन क्‍या आप जानते हैं , इस दिन का इतिहास भी उतना ही मजेदार है । आइए बताते हैं आपको कैसे इस दिन की शुरुआत हुई थी । किस देश में इसे सबसे पहले मनाया गया था ।

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कई तरह से होता है सेलिब्रेट
क्‍या आप जानते हैं ये दिन कई देशों में सेलिब्रेट भी किया जाता है । जी हां अलग-अलग तरीको सेइस दिन को बकायदा मनाया जाता है । आपस में मजाक करना, एक दूसरे को किसी बात पर उल्‍लू बनाना, मूर्खतापूर्ण हरकतें करना ये सब मूर्ख दिवस पर खूब किया जाता है । इस दिन का इतिहास सैंकड़ों साल पुराना है । जी हां कोई 1300 से पहले तो कोई देश साल 1500 के बाद इसे मना रहे हैं । इस दिन का इतिहास आगे पढ़ें ।

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एक अप्रैल को हुई हैं कई घटनाएं
अप्रैल फूल को लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित है । इतिहास पर नजर डाली जाए तो 1 अप्रैल का दिन अपने आप में कई फनी घटनाओं का गवाह रहा है । देशों में उन घटनाओं को याद रखने के लिए ही इस दिन की शुरुआत हुई । बताया जाता है कि इन घटनाओं ने इस दिन को अप्रैल फूल-डे का नाम दिया, फ्रांस में 1582 में उस वक्त से इन दिन की शुरुआत हुई जब यहां पोप चार्ल्स 9 ने पुराने कैलेंडर की जगह नया रोमन कैलेंडर शुरू किया ।

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कुछ और ईवेंट भी इतिहास में दर्ज
पोप द्वारा नया कैलेंडर जारी करने के बाद भी कई लोग पुरानी तारीख पर ही नया साल मनाते रहे और उन्हें ही अप्रैल फूल्स कहा गया । मूर्ख दिवस को लेकर कई दूसरी कहानियां भी प्रचलित हैं । इनमें से कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस दिन की शुरुआत 1392 से हो चुकी थी, हालांकि इसके कोई पुख्‍ता सुबूत इतिहास में उपलब्‍ध नहीं हैं । बताया जाता है साल 1508 में एक फ्रांसीसी पोएट ने एक प्वाइजन डी एवरिल यानी अप्रैल फूल का सन्दर्भ दिया था । जबकि 1539 में फ्लेमिश कवि ‘डे डेने’ ने एक अमीर आदमी के बारे में कुछ लिखा, जिसमें उसके 1 अप्रैल को अपने नौकरों को मूर्खतापूर्ण कार्यों के लिए भेजने की कहानियां दर्ज थीं ।

अलग-अलग देश, अलग–अलग कहानियां
फ्रांस, इटली, बेल्ज‍ियम जैसे देशों में इस दिन कागज की मछली बनाकर लोगों के पीछे चिपका दी जाती है, ऐसा करना उनका मजाक बनाने जैसा माना जाता है । ईरानी फारसी नववर्ष के 13वें दिन एक-दूसरे पर तंज कसा जाता है, यह 1 और 2 अप्रैल का ही दिन होता है । डेनमार्क में फूल्‍स डे, 1 मई को मनाया जाता है, इसे मज-कट कहते हैं । वहीं स्पेनिश स्‍पीकिंग कंट्रीज में 28 दिसंबर को फूल्स डे मनाया जाता है, जिसे डे ऑफ होली इनोसेंट्स कहा जाता है । अप्रैल फूल्‍स डे से जुड़ा इतिहास वाकई रोचक है ।