PM मोदी की बायोपिक पर राजदीप सरदेसाई ने उठाए सवाल, विवेक ओबरॉय ने उन्‍हीं के स्‍टूडियो में कर दी बोलती बंद

विपक्ष के तमाम आरोप धरे के धरे रह गए । चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि फिल्‍म में कुछ भी आपत्तिनक नहीं है, रिलीज डेट चुनाव आयोग तय नहीं कर सकता ।

New Delhi, Apr 03 : प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पर बनी फिल्‍म पर विपक्ष ने तमाम सवाल उठाए, लेकिन फिल्‍म को सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग से हरी झंडी मिल गई है । फिल्‍म की रिलीज डेट को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे कि इसे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले रिलीज करना मोदी के पक्ष में जाएगा, ये आचार संहिता का उल्‍लंघन माना जाए, लेकिन विपक्ष के तमाम आरोप धरे के धरे रह गए । चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि फिल्‍म में कुछ भी आपत्तिनक नहीं है, रिलीज डेट चुनाव आयोग तय नहीं कर सकता ।

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सवालों के घेरे में फिल्‍म की टीम
अब फिल्‍म प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पर बनाई गई है और देश में चुनाव का माहौल है तो सवाल तोपूछे ही जाएंगे । हालांकि फिल्‍म की टीम इस बात से साफ इनकार कर रही है कि फिल्‍म को किसी खास मंशा के तहत बनाया गया है । इसका कोई राजनीतिक फायदा किसी दल को मिलेगा ऐसा कुछ भी फिल्‍म में नहीं बनाया गया है । ये प्रधानमंत्री के जीवन से प्रेरित फिल्‍म है और इसमें वही दिखाया गया है जो लोगों को प्रेरणा दे ।

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राजदीप सरदेसाई को दिया करारा जवाब
विवेक ओबरॉय जो इस फिल्‍म में प्रधानमंत्री के किरदार में हैं, एक टीवी इंटरव्‍यू में जब उनसे वरिष्‍ठ  जर्नलिस्‍ट राजदीप ने सवाल करने शुरू किए तो उनके पास हर सवाल का माकूल जवाब था । राजदीप ने विवेक से पूछा कि ये फिल्‍म क्‍यों चुनावी प्रोपेगेंडा ना कही जाए, विवेक ने जवाब दिया कि फिल्‍म एक व्‍यक्ति के जीवन से प्रेरित हैं, जो देश ही नहीं दुनिया के लाखों लोगों को प्रेरणा देते हैं । इसका चुनाव से कोई वास्‍ता नहीं ।

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क्‍या फिल्‍म भक्‍तों के लिए है ?
राजदीप सरदेसाई ने इंटरव्‍यू के दौरान विवेक ओबरॉय से पूछा कि क्‍या ऐसा माना जाए कि ये फिल्‍म भक्‍तों की, भक्‍तों के लिए और भक्‍तों के द्वारा बनाई गई है । विवेक ने फौरन जवाब दिया, ये फिल्‍म देशभक्‍तों द्वारा देशभक्‍त लोगों के लिए बनाई गई है । विवेक ने खुद को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का समर्थक बताया और खुद के लिए प्रेरणा भी । विवेक ने बताया कि उन्‍होने इस फिल्‍म में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की नकल नहीं की है, बल्कि उनके भाव को पर्दे पर उकेरा है । ये फिल्‍म चुनाव के लिए नहीं बनाई गई है ना ही किसी का प्रचार करने के लिए ।

कांग्रेस के विरोध पर विवेक का बयान
विवेक ओबेरॉय ने आज मीडिया को दिए एक बयान में कहा –  मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कुछ लोग इस तरह से ओवररिएक्ट क्यों कर रहे हैं। अभिषेक सिंघवी जी और कपिल सिब्बल जी जैसे वरिष्ठ और प्रसिद्ध वकील इतनी मामूली फिल्म पर जनहित याचिका दायर करने में समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं? पता नहीं वे फिल्म से डरते हैं या चौकीदार के ‘डंडे’ से। बहरहाल फिल्‍म पीएम नरेन्‍द्र मोदी इसी हफ्ते रिलीज हो रही है । फिल्‍म देखिए और खुद अंदाजा लगाइए क्‍या ये चुनाव प्रचार के लिए है या फिर एक व्‍यक्ति की जीवनी ।

https://www.youtube.com/watch?v=X6sjQG6lp8s