वाराणसी – इधर गाजे-बाजे के साथ शालिनी यादव रोड शो करती रही, टिकट मिल गया तेज बहादुर को

अखिलेश यादव को बताया गया, कि शालिनी यादव वोट भी नहीं ले पाएगी, इसलिये उम्मीदवार बदलने का फैसला लिया गया, तेज बहादुर यादव के नाम पर मुहर लगी।

New Delhi, Apr 30 : शालिनी यादव नामांकन दाखिल करने के लिये अपने घर से बाजे-गाजे के साथ निकली, घूम-घूम कर रोड शो किया, सपा और बसपा के नेता भी शालिनी के रोड शो में उनके साथ थे, जगह-जगह स्वागत सत्कार भी हुआ, माथे पर लाल समाजवादी टोपी और गले में फूलों की माला पहने शालिनी सबके हाथ जोड़ रही थी, लेकिन जैसे ही वो खुली जीप से नीचे उतरी और नामांकन भरने लगी, तो पता चला कि टिकट किसी और को मिल गया।

Advertisement

हफ्ते भर पहले सपा में शामिल
आपको बता दें कि जिस टिकट के लिये शालिनी ने हफ्ते भर पहले कांग्रेस छोड़ सपा ज्वाइन किया था, उसी ने धोखा दे दिया, अखिलेश यादव ने खुद शालिनी को पार्टी ज्वाइन करवाया था, लेकिन अब सपा ने तेज बहादुर यादव को उम्मीदवार बनाया है, कुछ ही दिन पहले उन्होने निर्दलीय पर्चा दाखिल किया था, सपा प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने तेज बहादुर का नामांकन करवाया।

Advertisement

कैसे कटा टिकट
आखिर कैसे शालिनी यादव का टिकट घोषणा होने के बाद कट गया, पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना उनके लिये सपना ही रह गया, सपा का प्रत्याशी कौन हो, इस पर लखनऊ में कई दौर की बैठकें होती रही, छोटे-बड़े सभी नेताओं की राय भी ली गई, पीएम के खिलाफ चुनावी मैदान में किसे उतारा जाए, इसके लिये माथापच्ची जारी रही, कभी सुरेन्द्र पटेल तो कभी संजय चौहान का नाम आता रहा।

Advertisement

प्रियंका की वजह से सस्पेंस
सूत्रों का दावा है कि प्रियंका गांधी के वाराणसी से चुनाव लड़ने की चर्चा तेज थी, गठबंधन में ये सीट सपा के खाते में आई थी, आखिरकार अखिलेश यादव ने शालिनी यादव को पार्टी ज्वाइन कराकर टिकट की घोषणा कर दी, शालिनी वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं, तब उन्हें करीब 1 लाख वोट मिले थे, लेकिन फिर 25 अप्रैल को कांग्रेस ने अजय राय को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की, जिसके बाद प्रियंका के चुनाव लड़ने की खबर पर ब्रेक लग गया, कांग्रेस के इस फैसले के बाद वाराणसी से लखनऊ ये संदेश भेजा गया, कि प्रत्याशी बदला जाए, मोदी के खिलाफ शालिनी कहीं भी टिक नहीं पाएगी।

तेज बहादुर के नाम पर मुहर
अखिलेश यादव को बताया गया, कि शालिनी यादव वोट भी नहीं ले पाएगी, इसलिये उम्मीदवार बदलने का फैसला लिया गया, तेज बहादुर यादव के नाम पर मुहर लगी, बीएसएफ से बर्खास्त तेज बहादुर को शालिनी से बेहतर समझा गया, आपको बता दें कि कथित भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए उन्होने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था, जिसकी वजह से उन्हें खूब सुर्खियां मिली थी। हालांकि बाद में अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।