कल है अक्षय तृतीया, भूलकर भी ना करें ये 5 गलतियां, वर्ष भर के लिए रूठ जाएंगी धन लक्ष्मी
इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की आराधना करते हैं, भगवान का भाव हृदय में रखकर आप किसी भी प्रकार से दूसरे के लिए बुरा भाव या क्रोध भाव मन में ना लाएं ।
New Delhi, May 06 : अक्षय तृतीया या अक्खा तीज, हिंदू धर्म में वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है । इस दिन को बहुत ही शुभ माना गया है, यह तिथि किसी भी कार्यक्रम लिए उत्तम मानी गई है । इस दिन आप परिवार से जुड़े कोई भी शुभ कार्य बिना किसी ज्योतिषीय पूछताछ के भी कर सकते हैं । अक्षय का अर्थ है जिसका कभी भी क्षय ना होता हो, यानी जो कभी खत्म ही ना होती हो । इस वर्ष अक्षय तृतीया 7 मई को मनाई जाएगी । आग जानिए इस दिन से जुड़ी कुछ बहुत ही खास बातें ।
किसी को घर से खाली हाथ ना जानें दे
इस अक्षय तृतीया अपने घर आने वाले हर शख्स को भोजन आदि कराकर भेजें । राह में कोई गरीब दिख जाए, कोई आपसे कुछ मांगे और आप सक्षम हों तो उसे मना मत कीजिए । अक्षय तृतीया के दिन दान का विशेष महत्व है और ये दान जरूरतमंद को किया जाएग तो आपको इसका लाभ जरूर मिलेगा । मां लक्ष्मी आप पर विशेष रूप से कृपा बरसाएंगी । इस दिन दूसरों का भला कर आप धन लक्ष्मी की कृपा सदा के लिए प्राप्त कर पाएंगे ।
गुस्सा ना करें, नियंत्रण में रहें
अक्षय तृतीया के विशेष दिन किसी के लिए भी अपने मन में क्रोध का भाव न पालें । मन में बुरे भावरखने वाले व्यक्ति का चित्त कभी शांत नहीं होता और वो हमेशा दूसरों के बारे में बुरा ही सोचता रहता है । ऐसे व्यक्ति पर भगवान कभी कृपा नहीं करते । इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की आराधना करते हैं, भगवान का भाव हृदय में रखकर आप किसी भी प्रकार से दूसरे के लिए बुरा भाव या क्रोध भाव मन में ना लाएं ।
अपने घर खाली हाथ न जाएं
अक्षय तृतीया के दिन सोना, चांदी आदि खरीदने का विधान है । शुभ फल की प्राप्ति के लिए इस दिन सोने से बनी कोई वस्तु जरूर खरीदनी चाहिए, लेकिन महंगाई के इस दौर में सोना खरीदना सभी के लिए संभव नहीं । कोई बात नहीं, सोना नहीं तो अपनी आवश्यकता की कोई भी वस्तु आप इस दिन जरूर खरीदें । आप इस दिन अनाज भी खरीद सकते हैं । घर में खाली हाथ ना जाकर कुछ भी ऐसा ले जाएं जो आपके प्रयोग में आए । लाभदायक होगा ।
तुलसी पूजन
इस दिन विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है । पूजा में तुलसी का उपयोग भी अवश्य करें । भगवान विष्णु की पूजा में प्रसाद में तुलसी का उपयोग अवश्य किया जाना चाहिए । ध्यान रखें कि प्रसाद बनाने के बाद जब आप तुलसी दल को इसमें डालें तो आप नहा धोकर स्वच्छ होकर ही तुलसी के पत्ते लेकर आएं । इसके अलावा पांचवीं बात ये भी ध्यान रखें कि इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की एक साथ पूजा करें, अलग-अलग पूजने की गलती ना करें । अक्षय तृतीया की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5.40 बजे से दोपहर 12.17 बजे तक है । इस दिन सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त सुबह 6.26 बजे से लेकर रात 11.47 बजे तक रहेगा ।