मोदी के गोद लिए गांवों को लेकर फैलाया जा रहा था झूठ, पत्रकार समीर अब्‍बास ने दिखा दिया सच

जहां विकास के काम हो रहे हैं । गांवों में सोलर पैनल का काम हो रहा है । सड़के बन रही हैं । बिजली की सुविधा दी गई है । हालांकि ग्रामीणों की अपनी कुछ शिकायतें भी हैं ।

New Delhi, May 08 : प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत पीएम नरेन्‍द्र मोदी द्वारा गोद लिए गए 4 गांवों की हकीकत क्‍या है । क्‍या वाकई में जो खबर सामने आई हे वो सच है । पिछले दिनों एक खबर इन गांवों को लेकर सामने आई कि सांसद निधि का एक भी रुपया इन गांवों में खर्च नहीं हुआ है । अब इस खबर का सच कया है, टीवी 9 भारतवर्ष के सीनियर पत्रकार समीर अब्‍बास ने इन गांवों का दौरा किया और सव सामने लाया ।

Advertisement

4 गांवों को लिया था गोद
प्रधानमंत्री ने साल 2014 में सरकार में आने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अंतर्गत आनेवाले 4 गांवों को गोद लिया था । ये चारों गांव जयापुर, नागेपुर, ककरहियां और डोमरी हैं । हर गांव में एक से 2 हजार के बीच की आबादी बसर करती है । गांव के लो खेतीहर हैं, कुछ मजदूरी कर भी जीवन यापन करते हैं । इन गांवों की मूल समस्‍याओं को समाधान हुआ कि नहीं समीर अब्‍बास ने ये अपनी रिपोर्ट में बताया है ।

Advertisement

समीर अब्‍बास का ट्वीट
वरिष्‍ठ पत्रकार ने ट्वीट कर जानकारी दी है और अपनी रिपोर्ट से जानकारी देते हुए लिखा है कि सांसद निधि खर्च ना होने की खबर सरासर फेक है । समीर अब्‍बास ने ट्वीट किया – PM @narendramodi ने बनारस के जिन 4 गाँवों को गोद लिया उनमें सांसद निधि से एक पैसा नहीं ख़र्च हुआ..एक फ़ेक RTI के आधार पर फैलाई गई ये ख़बर सरासर झूठी निकली जब मैंने ख़ुद इन गाँवों का दौरा किया, देखिए बनारस के ग्राम ककरहियाँ और डोमरी से मेरी ग्राउंड रिपोर्ट ।

Advertisement

ग्रामीणों ने बताया सच
पत्रकार एक-एक कर चारों गांव पहुंचे । जहां विकास के काम हो रहे हैं । गांवों में सोलर पैनल का काम हो रहा है । सड़के बन रही हैं । बिजली की सुविधा दी गई है । हालांकि ग्रामीणों की अपनी कुछ शिकायतें भी हैं । अधूरे कामों की वजह से ग्रामीण नाराज भी नजर आए । क्षेत्र में प्राथमिक चिकित्‍सा केन्‍द्र और लड़कियों के लिए बड़ा स्‍कूल ना होने की बात ग्रामीणों ने कही । हालांकि ग्रामीण पिछले 4-5 साल के काम से संतुष्‍ट भी नजर आ रहे थे ।

Advertisement