मुस्लिम युवक की पिटाई मामले में पुलिस का बड़ा बयान ‘ना टोपी फेंकी, ना शर्ट पाड़ी गई’, CCTV ने खोला सच

शिकायतकर्ता बरकत आलम ने गुरुग्राम के सदर बाजार स्थित जामा मस्जिद के पास शनिवार को खुद के साथ पिटाई होने, टोपी फेंकने और उससे ज़बरदस्ती ‘जय श्रीराम’ बुलवाने के आरोप लगाए थे ।

New Delhi, May 28 : गुरुग्राम में मुस्लिम युवक की पिटाई मामले में पुलिस ने बड़ा बयान दिया है । मामले में CCTV फुटेज को खंगालने के बाद घटना का एक नया पहलू सामने आया है । पुलिस को मिली इस नई जानकारी में शिकायतकर्ता बरकत आलम ही सवालों के घेरे में आ गया है । पुलिस का साफ कहना है कि युवक की पिटाई हुई है, इससे इंकार नहीं लेकिन इसे संप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है इसमें कोई दो राय नहीं ।

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गुरुग्राम पुलिस का बड़ा बयान
गुरुग्राम पुलिस ने मामले की जांच में पाया है कि मुस्लिम युवक मोहम्मद बरकत आलम के साथमारपीट ज़रूर हुई है, लेकिन न तो उसकी टोपी फेंकी गई और न ही उसकी शर्ट किसी ने फाड़ी थी । पुलिस के इस बयान के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है । शिकायतकर्ता बरकत आलम ने गुरुग्राम के सदर बाजार स्थित जामा मस्जिद के पास शनिवार को खुद के साथ पिटाई होने, टोपी फेंकने और उससे ज़बरदस्ती ‘जय श्रीराम’ बुलवाने के आरोप लगाए थे ।

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सीसीटीवी फुटेज से सच आया सामने
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में ही मुस्लिम युवक के आरोप निराधार नज़र आ रहे हैं । सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर ये बात सामने आई है कि बरकत आलम को आरोपी युवक ने नहीं बल्कि किसी और ने रोका था । फुटेज में न तो शिकायतकर्ता युवक की टोपी फेंकने का कोई दृश्‍य है और ना ही उसके कपड़े फाड़ने की कोई घटना है ।  बल्कि पुलिस ने बताया कि कहासुनी के बाद दोनों में हाथापाई हुई, जिससे युवक की टोपी गिर गई और उसने उसे खुद ही उठाकर जेब में रख लिया ।

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50 से ज्‍यादा कैमरे खंगाले
पुलिस ने मामले की पड़ताल के लिए 50 से ज्‍यादा कैमरे खंगाले । मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है । पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज से साफ है कि मारपीट के बाद मामला शांत हो गया था । झगड़ा होता देख, पास ही झाड़ू लगा रहे एक व्यक्ति ने बीच बचाव किया और दोनों पक्षों को छुड़वा दिया । पुलिस इसे मारपीट की मामूली घटना बता रही है, जिसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है । पुलिस ने बताया कि फुटेज को साफ करवाने के लिए लैब भेजा गया है । ताकि आरोपी की पहचान करवाई जा सके ।

गौतम गंभीर ने किया था ट्वीट
वहीं मामले में पूर्वी दिल्ली से सांसद क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए घटना की कड़ी निंदा की औश्र गुरुग्राम पुलिस से सख्‍त कार्रवाई की मांग की । उन्‍होने लिखा कि एक मुस्लिम शख्स की टोपी उतारकर जय श्री राम बोलने पर जोर देना निंदनीय है । हम एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में रहते हैं, हम उस देश के, जहां जावेद ने लिखा था ओ पालन हारे, निरगुण और न्यारे । पुलिस को सख्त कदम उठाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए । बहरहाल पुलिस का ताजा बयान मामले का एक नया पहलू सामने लाया है, संभावना है कि जल्‍द ही इस घटना का पूरा सच सामने आएगा । फिलहाल बरकत आलम को पुलिस ने सुरक्षा का आश्‍वासन दिया है, उसने गुरुग्राम छोड़कर वापस बिहार जाने की इच्‍छा जताई थी ।