युवराज का संन्यास : इतने भावुक थे कि ठीक से पढ़ नहीं पा रहे थे स्पीच, फैंस भी रोए
युवराज सिंह ने आज क्रिकेट से संन्यास ले लिया । क्रिकेट के मैदान के सबसे स्टाइलिश प्लेयर कहे जाने वाले यूवी अब जिंदगी में कुछ और करना चाहते हैं, खुद के लिए नए मौके टटोलना चाहते हैं । उन्होने कहा कि वो कभी भी हार नहीं मानते हैं ।
New Delhi, Jun 10 : युवराज सिंह ने आज क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया । अपनी आखिरी स्पीच के दौरान वो कई बार भावुक हुए । कई बार कुछ बताते हुए उनका गला रूंध गया, अपने सीनियर्स, साथी खिलाडि़यों और क्रिकेट की फील्ड पर मौजूद अपने दोस्तों को याद करते हुए उनका गला भर आया । लेकिन युवराज एक फाइटर की तरह पूरी स्पीच रुक-रुक कर ही सही लेकिन मजबूती से पढ़ते गए । रिटायरमेंट की घोषणा करना उनके लिए बेहद भावुक पल रहा, लेकिन उन्होने कहा कि उन्होने इस खेल से लड़ना सीखा है ।
क्रिकेट के ‘युवराज’
क्रिकेट के युवराज ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेते हुए कई बातें कहीं । कुछ बातें उनके फैंस के लिए भी भावुक करने वालीं रहीं । 37 साल के यूवी ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा – ‘मैंने 25 साल के बाद अब क्रिकेट से आगे बढ़ने का फैसला किया है । क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया और यही वजह है कि मैं आज यहां पर हूं।’ यूवी ने कहा, ‘मैं बहुत भाग्यशाली रहा कि मैंने भारत की तरफ से 400 मैच खेले । जब मैंने खेलना शुरू किया था तब मैं इस बारे में सोच भी नहीं सकता था ।’
क्रिकेट ने मुझे लड़ना सिखाया : युवराज
युवराज सिंह ने आगे कहा – ‘यह इस खेल के साथ एक तरह से प्रेम और नफरत जैसा रिश्ता रहा ।मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि वास्तव में यह मेरे लिये कितना मायने रखता है । इस खेल ने मुझे लड़ना सिखाया ।मैंने जितनी सफलताएं अर्जित की उससे अधिक बार मुझे नाकामी मिली पर मैंने कभी हार नहीं मानी।’
कैंसर रोगियों के लिए काम करेंगे यूवी
युवराज सिंह ने रिटायरमेंट स्पीच के दौरान कहा, ”अपने 25 साल के करियर और खास तौर पर 22 यार्ड वाले मैदान में 17 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं । मैंने अब आगे बढ़ने का फैसला ले लिया है । इस खेल ने मुझे सिखाया कि कैसे लड़ना है, कैसे गिरना है, फिर उठना है और आगे फिर बढ़ जाना है।” कैंसर से जीतकर जिंदगी में वापस लौटे यूवी ने कहा कि ”मैंने इस खेल के लिए खून-पसीना बहाया है, और अब मेरी प्राथमिकता कैंसर रोगियों की मदद करना होगी।”
Yuvraj Singh: After 25 years in and around the 22 yards and almost 17 years of international cricket on and off, I have decided to move on. This game taught me how to fight, how to fall, to dust off, to get up again and move forward pic.twitter.com/NI2hO08NfM
— ANI (@ANI) June 10, 2019