जानिए किस मंत्र से शनि होंगे प्रसन्‍न, ढैया-साढ़ेसाती सब से मुक्ति

शनि की साढ़ेसाती से परेशान हैं तो करें ये चमत्‍कारी उपाय । आपको निश्चित ही फल मिलेगा । शनि से डरें नहीं नियम से उपाय करें ।

New Delhi, Jun 17 :  साल 2017 में शनि की साढ़ेसाती वृश्चिक और मकर राशि के जातकों पर चल रही है । ऐसे में इन्‍हें डर सता रहा होगा कि कैसी मुश्किलें इन्‍हें देखनी पड़ सकती हैं । आपको बताते हैं वो उपाय जो शनि देव को प्रसन्‍न करेंगे और आप पर लगी साढेसाती को उतारने में भी कारगर होंगे । पहली बात शनि देव दयालु हैं, वो अपने भक्‍तों को ज्‍यादा समय तक पीड़ा नहीं देते । इसलिए आप भी दया का भाव रखिए, इसी भाव से अपने सारे कार्य निपटाएं । हर शनिवार यथासंभव दान दें । अपने द्वार से किसी को खाली हाथ ना भेजें ।

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शनिदेव का मंत्र
अब आपको बताते हैं वो कौन सा मंत्र है जिसके जप से आपके ऊपर से शनिदेव का प्रकोप खत्‍म हो   जाएगा । शनि मंत्र – शनि की साढ़ेसाती’ हो या ढैय्या , हर शनिवार शनि मंत्र का जाप करना विशेषफलदायी होता है । शनिदेव का मंत्र है –  ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’। आप इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें । शनि की साढ़े साती में चंद्रमा का भी विशेष योग होता है । शनि की साढ़ेसाती रहने पर आप मानसिक रूप से परेशान रह सकते हैं ।

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टल जाएगी साढ़ेसाती
शनि कुपित ना हों, उन्‍हे शांत रखने के लिए तेल का दान सर्वोत्‍तम माना गया है । तेल का दान छाया दान की तरह करें । इसके लिए एक कटोरी में तेल लेकर उसमें स्‍वयं को देखें और अब इस तेल को दान करें । साढ़ेसाती जरूर टल जाएगी । इसके अलावा आप पर शनिदेव की कृपा होगी अगर आप मध्‍यमा उंगली में लोहे का एक छल्‍ला पहनेंगे । काले घोड़े की नाल से बना छल्ला पहनना भी शास्‍त्रों में श्रेष्‍ठ बताया गया है । इस छल्‍ले को आप शनिवार के दिन ही मध्यमा उंगली में धारण करें । असर चमत्‍कारी होगा ।

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हनुमान चालीसा का पठन
शनि और हनुमान, दोनों में से किसी एक को प्रसन्‍न कर लिया तो बस आपके सारे काज सफल हो गए । हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पठन करें । हनुमानजी की प्रतिमा को लाल सिन्दूर और चमेली का तेल अर्पित करें । साढ़ेसाती से पार पाने के लिए हर शनिवार आप पीपल के वृक्ष का पूजन करेंगे उसपर जल चढ़ाएंगे तो आपको शनि से कोई कष्‍ट नहीं होगा । पूजन और जल चढ़ाने के बाद वृक्ष की 7 बार परिक्रमा करें। हर परिक्रमा के समय शनि देव से प्रसन्‍न ने का वर मांगें ।