WC फाइनल पर अब तोड़ी क्रिकेट के ‘भगवान’ ने चुप्‍पी, सचिन तेंदुलकर ने ICC के रूल पर ये कहा

विजेता का निर्धारण करने के बजाय एक दूसरा सुपर ओवर खेलने की वकालत की । उन्‍होने कहा कि ‘‘मुझे लगता है कि दोनों टीमों की बाउंड्री पर विचार करने के बजाय एक अन्य सुपर ओवर से विजेता का फैसला होना चाहिए था।

New Delhi, Jul 17 : वर्ल्‍ड कप में इंग्‍लैंड का विजेता घोषित होना क्रिकेट फैटरनिटी के अब तक गले नहीं उतर रहा है । हालांकि ये आईसीसी के नियमों के तहत ही हुआ है और सभी इस नियम से वाकिफ भी थे, बावजूद इसके जिस तरह से फाइनल मुकाबले और उसके बाद सुपरओवर को रामांच रहा उसके चलते इंग्‍लैंड को विजेता घोषित किया जाना किसी के गले नहीं उतर रहा है । अब इस मामले में सचिन तेंदलकर ने बयान दिया है और नियम पर चुप्‍पी तोड़ी है ।

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तेंदुलकर का बयान
सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को वर्ल्‍ड कप 2019 के फाइनल जैसी स्थिति आने पर ‘बाउंड्री’ के नंबर के आधार पर विजेता का निर्धारण करने के बजाय एक दूसरा सुपर ओवर खेलने की वकालत की । उन्‍होने कहा कि ‘‘मुझे लगता है कि दोनों टीमों की बाउंड्री पर विचार करने के बजाय एक अन्य सुपर ओवर से विजेता का फैसला होना चाहिए था। केवल विश्व कप फाइनल ही नहीं, प्रत्येक मैच महत्वपूर्ण है। जिस तरह से फुटबाल में जब टीमें अतिरिक्त समय में जाती है तो पूर्व का खेल कुछ मायने नहीं रखता।’’

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नॉकआउट फेस में बदलाव कितना जरूरी ?
तेंदुलकर से इस इंटरव्‍यू में पूछा गया कि नाकआउट चरण में क्‍या विश्व कप के प्रारूप में बदलाव की जरूरत है, इस सवाल के जवाब में सचिन ने कहा – ‘‘जो दो टीमें चोटी पर रहती हैं उनके लिए निश्चित तौर पर निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कुछ होना चाहिए।’’

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‘धोनी को नंबर 5 पर भेजना चाहिए था’
सचिन ने ये भी कहा कि सेमीफाइनल में महेंद्र सिंह धोनी को नंबर सात के बजाय नंबर पांच पर भेजा जाना चाहिए था। उन्‍होने कहा कि – ‘’ मैं धोनी को नंबर पांच पर भेजता। भारत तब जिस स्थिति में था तब वह पारी संवार सकते थे। हार्दिक छठे और कार्तिक सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आ सकते थे।’’