भारत का 1 रुपया पाकिस्तान के 20 करोड़ पर पड़ा भारी, कोर्ट के फैसले के बाद वकील ने कही बड़ी बात

पाक ने कुलभूषण जाधव को जासूस साबित करने के लिये अपने वकील पर करीब 20 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च कर दिये हैं।

New Delhi, Jul 18 : पाक की जेल में बंद कुलभूषण जाधव के मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने फैसला सुनाया, उसकी हर ओर चर्चा हो रही है, भारत ने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में इस केस को लड़ने के लिये सिर्फ एक रुपया खर्च किया, वहीं पाकिस्तान को करोड़ों रुपये खर्च करने पड़े, हालांकि भारत का एक रुपया भी पड़ोसी मुल्क के करोड़ों पर भारी पड़ गया, आपको बता दें कि भारत के चर्चित वकील हरीश साल्वे ने इंटरनेशनल कोर्ट में कुलभूषण के केस के लिये बतौर फीस सिर्फ 1 रुपया लिया है।

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पाक ने खर्च किये 20 करोड़
दूसरी ओर पाक ने कुलभूषण जाधव को जासूस साबित करने के लिये अपने वकील पर करीब 20 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च कर दिये हैं, 2017 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जानकारी दी थी, कि हरीश साल्वे ने कुलभूषण के केस की पैरवी के लिये सिर्फ एक रुपया लिया है।

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सरकार की हो रही आलोचना
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार पाक सरकार ने बीते साल अपने नेशनल एसेंबली में बजट पेश किया, जिसमें बताया था कि अंतरराष्ट्रीय अदालत में कुलभूषण का केस लड़ने के लिये वकील खावर कुरैशी को 20 करोड़ रुपये दिये गये हैं, कुरैशी अंतरराष्ट्रीय अदालत में केस लड़ने वाले सबसे कम उम्र के वकील हैं, उन्होने कैंब्रिज विश्वविद्यालय से कानून की पढाई की है। पाक की तरफ से जाधव के मामले में इतना पैसा खर्च करने को लेकर वहां की सरकार की आलोचना हो रही है।

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हरीश साल्वे ने फैसले पर क्या कहा
कुलभूषण जाधव पर फैसला आने के बाद हरीश साल्वे ने कहा कि फैसले में कहा गया है कि कुलभूषण को सुनाई गई सजा पर फिर से विचार होना चाहिये, साथ ही उन्हें राजनयिक पहुंच दी जानी चाहिये, पाक ने विएना समझौते का उल्लंघन किया है, साल्वे ने कहा कि इससे बहुत सारी उम्मीद है, फैसले ने कानून के शासन में, आईसीजे में और व्यवस्थाओं में हमारा विश्वास बहाल किया है।

मैं संतुष्ट हूं
हरीश साल्वे ने कहा कि एक वकील के तौर पर मैं संतुष्ट हूं, फैसले से राहत महसूस हो रही है, कोर्ट ने कहा कि फांसी देने का तो सवाल ही नहीं है, इसलिये मैं बहुत खुश हूं, चर्चित वकील ने कहा कि भारत के लिये अगला कदम ये सुनिश्चित करना होगा, कि कुलभूषण जाधव मामले की पाक के कानून के तबत निष्पक्ष सुनवाई हो, और उन्हें न्याय मिले, उन्होने आईसीजे के फैसले को न्याय की जीत बताया।