Video: रितिक रौशन मजे से गा रहे हैं ‘लगावे तू जब लिपिस्टिक’, कहा-पिछले जन्‍म में बिहारी था

इसके साथ उन्‍होने 2-3 घंटे बिहारी बोलने की प्रैक्टिस भी की । रितिक को इस तरह से बिहारी भाषा में एक पल को किसी को यकीन ही नहीं हो कि वो असल में इस भाषा को जानते तक नहीं हैं

New Delhi, Jul 19: रितिक रौशन इन दिनों फिल्‍म सुपर 30 के लिए चर्चा में हैं । बॉलीवुड के हैंडसम हंक से उनका बिहारी बाबू बनने का सफर मजेदार रहा । रितिक ने इसके लिए कितनी मेहनत की इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है । वीडियो में रितिक बिहारी एक्‍सेंट में बात करते तो नजर आ ही रहे हैं, साथ ही गाना गाते भी नजर आ रहे हैं । रितिक के मुताबिक उन्‍होने इस फिल्‍म के लिए पूरे दिल से महेनत की है, उन्‍हें ऐसा लगता है कि वो पिछले जन्‍म में जरूर एक बिहारी रहे होंगे । ऐसा क्‍यों आगे जानिए । वीडियो अंत में है ।

Advertisement

आनंद कुमार पर बेस्‍ड है फिल्‍म
सुपर 30 बिहार के एक मैथमैटीशियन आनंद कुमार पर बेस्‍ड है, आनंद कुमार जैसा दिखने, बात करने के लिए रितिक ने बहुत मेहनत की । रितिक ने उनके जैसे लुक को भी अपनाया और जमकर भोजपुरी भी सीखी । रितिक इस वीडियो में भोजपुरी गाना ‘लगावे तू जब लिप्‍सटिक’ गाते दिख रहे हैं । वीडियो में फिल्‍म के लिए वो जिस जर्नी से गुजरे रितिक ने वो सब शेयर किया ।

Advertisement

फिल्‍म के लिए की कड़ी मेहनत
रितिक इस वीडियो में बता रहे हैं कि ‘आनंद कुमार की तरह दिखने के लिए मैंने जो सबसे पहला बलिदान दिया, वो था अनफिट रहना ।’ इसके साथ उन्‍होने 2-3 घंटे बिहारी बोलने की प्रैक्टिस भी की । रितिक को इस तरह से बिहारी भाषा में एक पल को किसी को यकीन ही नहीं हो कि वो असल में इस भाषा को जानते तक नहीं हैं और सिर्फ एक फिल्‍म के लिए इतनी मेहनत कर रहे हैं ।

Advertisement

फैंस को पसंद आ रहा है वीडियो
बहरहाल रितिक की फिल्‍म और सोशल मीडिया पर वायरल ये वीडियो उनके फैंस को खासा पसंद आ रहा है । आपको बता दें कुछ दिन पहले ही फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग पर रितिक भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मिले । ऋतिक ने उपराष्ट्रपति नायडू के साथ कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की और उन्‍हें धन्‍यवाद कहा । नायडू ने भी फिल्म के डायरेक्टर, ऋतिक और आनंद कुमार को शुभकामनाएं दीं । उन्‍होने फिल्‍म के बारे में कहा कि –  ‘आनंद कुमार की प्रेरणादायी कहानी ने मुझे बहुत प्रभावित किया । जिन्होंने इतनी परेशानियों के बाद भी बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल करने में अपनी जिंदगी लगा दी ।’