मुख्य चयनकर्ता का पूर्व कप्तान धोनी पर बड़ा बयान, इशारों में कह दिया सब कुछ

भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने इशारों ही इशारों में कहा कि अब महेन्द्र सिंह धोनी की समय जा चुका है।

New Delhi, Jul 22 : वेस्टइंडीज दौरे के लिये भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है, तीन अगस्त से शुरु होने वाले टी-20, वनडे और टेस्ट सीरीज के लिये टीम की घोषणा की गई है, इस टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, हालांकि सभी फैंस की नजरें इस बात पर टिकी थी, कि महेन्द्र सिंह धोनी टीम का हिस्सा होंगे या नहीं, जब टीम का ऐलान हुआ, तो धोनी का नाम उसमें नहीं था, हालांकि उन्हें ड्रॉप नहीं किया गया, बल्कि उन्होने खुद ही इस दौरे से आराम मांगा है, मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद से जब धोनी को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होने इशारों में सबकुछ बता दिया, कहा जा रहा है कि धोनी का समय जा चुका है, अब पंत को ज्यादा मौके मिलने वाला है।

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धोनी पर मुख्य चयनकर्ता का बड़ा बयान
भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने इशारों ही इशारों में कहा कि अब महेन्द्र सिंह धोनी की समय जा चुका है, धोनी वेस्टइंडीज दौरे के लिये उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन हमारे पास अगले विश्वकप तक का रोडमैप है, विश्वकप तक युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत को ज्यादा से ज्यादा मौके दिये जाएंगे, चयनकर्ता ने इस संबंध में धोनी से बातचीत भी की है।

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पैरामिलिट्री रेजीमेंट के साथ ट्रेनिंग करेंगे माही
मालूम हो कि महेन्द्र सिंह धोनी के संन्यास की अटकलें विश्वकप से पहले ही लगनी शुरु हो गई थी, हालांकि अभी तक उन्होने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है, फिलहाल माही आने वाले दो महीने तक टीम इंडिया से दूर रहेंगे, इस दौरान पूर्व कप्तान अपनी पैरामिलिट्री रेजीमेंट के साथ गुजारेंगे, धोनी ने साफ किया है, कि उन्होने विश्वकप से पहले ही टेरिटोरियल ऑर्मी की पैराशूट रेजीमेंट को सर्व करने का फैसला किया था, इसी कारण वो वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं जा सकते।

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2011 में मिला पद
आपको बता दें कि महेन्द्र सिंह धोनी को साल 2011 में ऑर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया गया था, वैसे भी पूर्व कप्तान का ऑर्मी प्रेम किसी से छिपा नहीं है, धोनी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो बचपन से ही फौजी बनना चाहते थे, वो रांची के कैंट इलाके में अकसर घूमने चले जाते थे, लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था, यही वजह रही कि वो फौजी नहीं बन पाये और क्रिकेटर बन गये।