रोजाना 12 झूठ बोलते हैं डोनाल्ड ट्रंप, विदेशी मीडिया ने खोल दी अमेरिकी राष्ट्रपति की पोल
अमेरिकी मीडिया ने अपने ही राष्ट्रपति की पोल खोलकर रख दी है । अमेरिका के मशहूर अखबार ने ट्रंप को लेकर बड़ा खुलासा किया है, और उनके झूठे बोल बच्चन को लेकर दुनिया भर में फजीहत करा दी है ।
New Delhi, Jul 23 : कश्मीर मुद्दे को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का बयान दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है । चर्चा इसलिए ज्यादा हो रही हैं क्योंकि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति ने एक निराधार स्टेटमेंट दी है । पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिकी दौरे के दौरान आए इस बयान ने जमकर सुर्खिया बटोर ली हैं । हालांकि इस झूठे बयान को लेकर विदेशी मीडिया शॉक में नहीं है, क्योंकि वो जानते हैं कि ट्रंप का ये झूठा बयान पहली बार सामने नहीं आया है । ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है ।
अमरीकी अखबार का दावा
अमेरिका के लीडिंग न्यूजपेपर वॉशिंगटन पोस्ट के फैक्ट चेकर्स डेटाबेस ने दावा किया है डोनाल्डट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से अब तक 10 हजार 796 बार झूठ बोल चुके हैं । आंकड़ों के मुतबिक अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप ने औसतन रोजाना 12 बार झूठ बोला । वॉशिंगटन पोस्ट के फैक्ट चेकर्स डेटाबेस के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप का कोई बयान संदिग्ध लगा, तो उसकी पड़ताल की गई । इसमें ट्रंप के ज्यादातर बयान झूठे पाए गए ।
ट्रंप और उनके झूठ
डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मध्यस्थता को लेकर ही नहीं बल्कि कई दूसरे अहम मौकों पर और मुद्दों पर झूठ बोला है । उन्होने मैक्सिको की दीवार बनाने के फंड की मंजूरी के लिए भी कई झूठे दावे किए । इसके अलावा उन्होंने कारोबार और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल के मुद्दे पर भी कई बार झूठ बोला । इतना ही नहीं वॉशिंगटन पोस्ट के फैक्ट चेकर्स डेटाबेस का तो यहां तक कहना है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने झूठे दावे को कई बार दोहराया भी है ।
ट्रंप का कश्मीर को लेकर झूठा बयान
दरअसल कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे ने उनकी फजीहत कर दी हैं । वॉशिंगटन डीसी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत ने कश्मीर मुद्दे पर उनसे मध्यस्थता की अपील की है और इसके लिए तैयार है ।ये बयान सामने आते ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने फौरन डोनाल्ड ट्रंप के दावे का खंडन कर दिया । और कहा कि भारत की ओर से कभी भी ऐसा प्रस्ताव दिया ही नहीं गया है । मतलब साफ है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कश्मीर मुद्दे पर सफेद झूठ बोल रहे हैं ।