ये थी शीला दीक्षित की अंतिम इच्‍छा, बेटे संदीप दीक्षित ने इस तरह की पूरी

शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से दिल्‍ली की पूर्व सीएम शीला दी‍क्षित का निधन हो गया । शीला 81 वर्ष की थीं और लंबे समय से सेहत संबंधी परेशानियों से जूझ रही थीं । आगे जानिए वो एक इच्‍छा जो शीला दीक्षित अपने अंतिम समय के बाद चाहती थीं ।

New Delhi, Jul 23 : दिल्ली में तीन बार सत्‍ता पर काबिज रहीं पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को रविवार के दिन अंतिम विदाई दी गई । शीला दीक्षित का रविवार को दिल्ली में यमुना किनारे बने निगम बोध घाट पर अंतिम संस्‍कार किया गया । भारी बारिश के बीच पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्‍कार सीएनजी शवदाह गृह में किया गया । शीला दीक्षित की अंत्येष्टि में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत दूसरे बड़े कांग्रेस नेता और केंद्र सरकार की ओर से गृहमंत्री अमित शाह मौजूद रहे ।

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शीला दीक्षित की अंतिम इच्‍छा
शीला दीक्षित अपने अंतिम समय में एक काम होते देखना चाहती थीं और इसके लिए उन्‍होने अपनेबेटे संदीप दीक्षित को पहले से ही निर्देश दिए हुए थे । शीला दीक्षित की इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार सीएनजी शवदाह गृह में ही किया जाए । शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने उनकी अंतिम इच्छा के अनुरूप उनका अंतिम संस्कार सीएनजी शवदाह गृह में कराया । अंतिम संस्‍कार से पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, बाद में तिरंगे में लिपटे उनके शव को कंधा देते उनके बेटे संदीप दीक्षित, लतिका सईद और अन्य उन्हें सीएनजी शवदाह गृह तक ले गए।

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दिल्‍ली में सीएनजी की शुरुआत की थी
दिल्‍ली की आबोहवा में घुलते प्रदूषण की चिंता शीला दीक्षित को हमेशा से रही, इसी वजह से उन्‍होने दिल्‍ली में सीएनजी चलित वाहनों की शुरुआत की । ऑटो से लेकर डीटीसी बसों तक, सब उन्‍हीं का आईडिया रहा । प्रदूषण की चिंता के चलते ही उन्‍होने अंतिम समय में लकड़ी की जगह सीएनजी से चलने वाली शवदाह गृह में संस्‍कार की इच्‍छा जताई थी ।

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याद रहेंगी शीला दीक्षित
81 वर्षीय शीला दीक्षित अंतिम समय तक काम में लगी रहीं । दिल्‍ली कांग्रेस में चल रही उठापठक को संभालने की कोशिश करती रहीं । शीला दीक्षित के जाने के बाद उनके विरोधी भी उन्‍हें एक राजनेता के रूप में हमेशा याद रखने की बात कर रहे हैं । शीला अपनी कार्यशैली के कारण विरोधियों की भी पसंदीदा राजनेताओं में से एक रहीं । उनके अंतिम दर्शन के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पहुंचे, बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता लाल कृष्‍ण आडवाणी ने भी उन्‍हें श्रद्धांजलि दी ।