मॉब लिंचिंग पर PM को खुला खत, सांसद नुसरत जहां ने भी दिया साथ, कही बड़ी बात
मॉब लिंचिंग को लेकर देश की मशूहर हस्तियों ने पीएम नरेन्द्र मोदी के नाम एक खुला खत लिखा है । जिसके समर्थन में सांसद नुसरत जहां ने ट्वीट कर खुशी जताई है ।
New Delhi, Jul 25 : देश के अलग-अलग राज्यों से पिछले दिनों आई मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने देश के बुद्धिजीवी वर्ग को परेशान करके रख दिया है । यही वजह है कि देश के 49 नामी लोगों को सीधे पीएम मोदी को चिट्ठी लिखने पर मजबूर कर दिया । बहरहाल इन सभी ने मॉब लिंचिंग के बढ़ते मामलों पर अपनी आपत्ति जताई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की अपील की है । अब इस खत के समर्थन में टीएमसी से नवनिर्वाचित लोकसभा सांसद और एक्ट्रेस नुसरत जहां भी आ गई हैं ।
नुसरत ने चिठ्ठी ट्वीट की
नुसरत जहां ने सोशल मीडिया पर इस चिठ्ठी के समर्थन को लेकर ट्वीट किय । ट्विटर पर नुसरत जहां ने कहा कि मुझे खुशी है कि हमारी सोसाइटी ने एक बहुत बुनियादी मुद्दा उठाया है । नुसरत जहां ने लिखा कि आज जहां हर कोई सड़क, बिजली, विमानन जैसे मुद्दों पर बात कर रहा है, मुझे खुशी है कि सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने एक बहुत बुनियादी मुद्दा उठाया है । इंसान की जिंदगी । नुसरत ने आगे लिखा कि मुझे हमारे नागरिकों से बहुत उम्मीद है कि वह अपनी आवाज उठाएंगे और अपना योगदान देंगे ।
नुसरत ने दलितों, मुसलमानों और पिछड़ों के लिए लिखा
नुसरत ने लिखा – हमारे देश में नफरत के अपराध और मॉब लिंचिंग की घटनाएं हमारे देश में बढ़ती जा रही हैं । 2014 से लेकर 2019 के बीच में ये घटनाएं सबसे ज्यादा हुई हैं और इसमें दलितों, मुसलमानों और पिछड़ों को सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया है । नए युग के सेक्युलर भारत की युवा सांसद होने के नाते मैं सरकार और सभी जनप्रतिनिधियों ने निवेदन करती हूं कि मॉब लिंचिग करने वालों की ओर से लोकतंत्र पर हो रहे हमले को रोकने के लिए कानून बनाएं । नुसरत ने लेटर के आखिर में लिखा कि सिर्फ इंसानियत के नाते- गाय के नाम पर, भगवान के नाम पर, किसी के दाढ़ी पर, किसी की टोपी पर ये खून खराबा बांद करें क्यों कि मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना. हिन्दी हैं हम, वतन है हिन्दोस्तां हमारा ।
49 बुद्धिजीवियों ने लिखा पीएम को ओपन लेटर
आपको बता दें मॉब लिंचिंग पर पीएम मोदी चिट्ठी लिखने वालों में बॉलीवुड के साथ कई दूसरे क्षेत्रों के नामी लोग शामिल हैं । इनमें श्याम बेनेगल, अनुराग कश्यप, मणि रत्नम, बिनायक सेन, सौमित्र चटर्जी, अपर्णा सेन, कोंकणा सेन शर्मा, शुभा मुद्गल, रामचंद्र गुहा जैसी हस्तियां हैं । इस चिठ्ठी के बाद से विपक्ष को भी सरकार पर हमले का मौका मिल गया है, हालांकि सरकार की ओर से कई नेता और मंत्री इस ओपन लेटर को मोदी सरकार को अस्थिर करने की राजनीतिक साजिश बता रहे हैं ।
Lets keep fighting for humanity #InclusiveIndia pic.twitter.com/B3Drb9QfSO
— Nusrat Jahan Ruhi (@nusratchirps) July 24, 2019