अधिकारी की चिट्ठी लीक, कश्मीर मेें बिगड़ सकते हैं हालात, घाटी में खलबली
आरपीएफ बडगाम के सहायक सुरक्षा आयुक्त पद पर तैनात सुदेश नुग्याल ने चिट्ठी लिखकर कर्मचारियों से कहा कि लंबे समय तक कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था बिगड़ने वाली है।
New Delhi, Jul 29 : जम्मू-कश्मीर के बडगाम में आरपीएफ अधिकारी का एक लेटर वायरल हो रहा है, जिसकी वजह से नया विवाद खड़ा होता दिख रहा है, दरअसल इस चिट्ठी में आने वाले दिनों में कश्मीर में तनाव और हिंसा की आशंका जाहिर की गई है, जिसकी वजह से इसके सार्वजनिक होते ही कश्मीर घाटी में खलबली मच गई है, रेलवे ने भी इस मामले पर स्पष्टीकरण जाहिर किया है और इसे आधारहीन बताया है।
क्या है पूरा मामला
आरपीएफ बडगाम के सहायक सुरक्षा आयुक्त पद पर तैनात सुदेश नुग्याल ने चिट्ठी लिखकर कर्मचारियों से कहा कि लंबे समय तक कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था बिगड़ने वाली है, इसलिये कम से कम चार महीने का राशन इकट्ठा कर लें। इस चिट्ठी के सार्वजनिक होने के बाद विभाग में भी हड़कंप मच गया, जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने सामने आकर सफाई दी।
हालात बिगड़ने वाले हैं
आरपीएफ बडगाम के सहायक सुरक्षा आयुक्त सुदेश नुग्याल ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि कश्मीर घाटी में हालात बिगड़ने वाले हैं, ऐसे में कर्मचारी कम से कम 4 महीने का राशन इकट्ठा कर लें, और अपने परिवार को घाटी से बाहर भेज दें। जिसके बाद पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा, कि कश्मीर घाटी में लोगों पर ये तोहमत लगाना आसान है, कि वो डर फैला रहे हैं, लेकिन ऐसे आधिकारिक आदेश का क्या करें, जिसमें घाटी में कानून-व्यवस्था बिगड़ने की बात कह तैयारियां की जा रही हो, इस तरीके की भविष्यवाणी की जा रही है।
रेलवे ने दी सफाई
इस चिट्ठी के वायरल हो जाने के बाद रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता ने सफाई जारी करते हुए कहा कि ये चिट्ठी वरिष्ठ संभागीय सुरक्षा आयुक्त से बस एक पद नीचे के अधिकारी द्वारा बिना किसी अधिकार के लिखा गया है, जबकि 26 जुलाई से वो एक साल के स्टडी लीव पर गये हैं। इस चिट्ठी का कोई आधार नहीं है, वो ऐसी चिट्ठी जारी करने के लिये अधिकृत भी नहीं हैं।
It’s easy to blame valley residents for fear mongering but what are we to make of such official orders which forecast a deterioration in the law & order environment and even predict disturbances lasting for an extended period of time? Why is the Govt silent? https://t.co/U0tqLmyC47 pic.twitter.com/mCols57d2E
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 28, 2019