सरकार गिरने के बाद छलका कुमारस्वामी का दर्द, छोड़ना चाहता हूं राजनीति, गलती से बन गया सीएम

विश्वास मत के दौरान कुमारस्वामी ने कहा था कि उनका राजनीति में प्रवेश और सीएम बनना आकस्मिक था, क्योंकि उन्हें कांग्रेस द्वारा उस समय पद की पेशकश की गई थी।

New Delhi, Aug 04 : कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिरने के करीब एक हफ्ते बाद ही पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने राजनीति में अपनी मौजूदगी को आकस्मिक करार दिया है, उन्होने कहा कि वो राजनीति से पीछे हटना चाहते हैं, जेडीएस नेता ने वर्तमान राजनीति पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि ये लोगों के लिये अच्छा नहीं है, क्योंकि यहां नफरत और जाति का वर्चस्व है।

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राजनीति अच्छे लोगों के लिये नहीं
पूर्व सीएम ने कहा कि आज की राजनीति अच्छे लोगों के लिये नहीं है, आज की राजनीति जाति, घृणा की राजनीति के प्रति मोह भप गई है, जिस तरह से एक खास वर्ग के लोगों में भावनाओं को उकसाया जाता है, आज जिस तरह से युवा अपने रास्ते से विचलित हो रहे हैं, क्या हैं इन सबको ठीक कर सकता हूं, भगवान जानें।

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परिवार को बीच में ना लाएं
पत्रकारों से बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि मेरी परिवार को बार-बार बीच में मत लाओ, मैं यहां राजनीति में नहीं टिकूंगा, आज की राजनीति को देखते हुए मैं खुद ही राजनीति से पीछे हटना चाहता हूं, मैं गलती से राजनीति में आ गया, मैं गलती से सीएम बन गया।

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निखिल के उम्मीदवारी पर बोले
कुमारस्वामी ने उन रिपोर्टों को भी खारिज किया, कि उनके बेटे निखिल उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार होंगे, दरअसल बागी विधायक नारायणगड्डा की अयोग्यता बाद उपचुनाव होना है, निखिल ने लोकसभा चुनाव में मांड्या सीट से चुनाव लड़ा था, हालांकि निर्दलीय उम्मीदवार और एक्ट्रेस सुमलता अम्बरीश के सामने वो हार गये थे।

सीएम बनना आकस्मिक
विश्वास मत के दौरान कुमारस्वामी ने कहा था कि उनका राजनीति में प्रवेश और सीएम बनना आकस्मिक था, क्योंकि उन्हें कांग्रेस द्वारा उस समय पद की पेशकश की गई थी, मई 2018 विधानसभा चुनावों के बाद वो राजनीति से दूर रह रहे थे, क्योंकि उनकी पार्टी तीसरे नंबर पर आई थी, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और जेडीएस एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ी थी, लेकिन चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिये दोनों ने हाथ मिलाया।