J&K के 10,000 परिवारों को होगा फायदा, इस कंपनी ने बनाया 1000 करोड़ का इंवेस्‍टमेंट प्‍लान

अमित शाह ने संसद में कहा कि इस अनुच्छेद 370 को रद्द करने का एक बड़ा कारण राज्य में विदेशी निवेश और पर्यटन को बढ़ावा देना है । जो कि धारा 370 के रहते असंभव है ।

New Delhi, Aug 09: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद आर्टिकल 35 ए भी पूरी तरह से निष्‍प्रभावी हो गया है । कश्‍मीर के लिए भारत सरकार के इस फैसले के बाद से अब राज्‍य की तस्‍वीर अलग होगी । कश्‍मीर में भी अब निवेश संभव होगा और कश्‍मीरियों को सधा फायदा होगा । ऐसी ही एक कोशिश ट्राइडेंट ग्रुप की ओर से करने की योजना है, इस ग्रुप के चेयरमैन राजिंदर गुप्ता ने नेटवर्क 18 के एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि वो राज्य के विकास में मदद के लिए 1,000 करोड़ रुपये तक का निवेश करने की योजना बना रहे हैं ।

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कंपनी ने तैयार किया प्रोजेक्‍ट
ट्राइडेंट ग्रुप के चेयरमैन ने बताया कि वह राज्य के विकास में मदद करने के लिए जम्मू-कश्मीर  में निवेश की योजना पर काम कर रही है, उन्‍होने एक ब्‍लूप्रिंट भी तेयार किया है । राज्‍य में उन क्षेत्रों और लघु उद्योगों की पहचान की गई है जिसमें वह निवेश करना चाहेंगे । कंपनी के मुताबिक निवेश का मकसद महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता देना है । उनके मुताबिक इस निवेश से घाटी के 10,000 परिवारों को सीधा लाभ होगा ।

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5 अगस्‍त से घाटी में देश का कानून लागू
आपको बता दें जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को 5 अगस्‍त को खत्‍म कर दिया गया है । गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कश्‍मीर पुनर्गठन विधेयक के साथ अन्‍य प्रस्‍ताव भी दिए और सदन में बहुमत से इसे पास करा लिया गया । अमित शाह ने संसद में कहा कि इस अनुच्छेद 370 को रद्द करने का एक बड़ा कारण राज्य में विदेशी निवेश और पर्यटन को बढ़ावा देना है । जो कि धारा 370 के रहते असंभव है ।

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जम्मू-कश्मीर अब केन्‍द्र शासित प्रदेश
जम्‍मू कश्‍मीर से लद्दाख को अलग कर दिया गया गया । अब जम्‍मू कश्‍मीर राज्‍य नहीं बल्कि केन्‍द्र शासित प्रदेश होगा । इसी के साथ यहां पर समान कानून लागू कर दिया गया है । भारत के किसी भी हिस्‍से के लोग अब यहां आने-जाने के साथ ही यहां निवास भी कर सकते हैं । कश्‍मीर में हुए इस नए परिवर्तन के बाद अब यहां निवेशक भी अपना इंट्रस्‍ट दिखा रहे हैं । ट्राईडेंट ही नहीं एशिया की सबसे बड़ी हेलमेट निर्माता कंपनी स्टीलबर्ड हाईटेक ने भी जम्मू-कश्मीर में विनिर्माण संयंत्र लगाने की पेशकश की है ।