कभी कचरा उठाकर परिवार का पेट पालते थे क्रिस गेल, अब ‘तिहरा शतक’ लगा तोड़ा लारा का रिकॉर्ड
क्रिस गेल ने टीम इंडिया के खिलाफ ही वनडे डेब्यू किया था, हालांकि अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने की वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
New Delhi, Aug 12 : टीम इंडिया के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय में भी क्रिस गेल का बल्ला एक बार खामोश रहा, गेल 24 गेंदों में सिर्फ 11 रन ही बना सके, उन्हें तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने एलबीडबल्यू आउट किया, गेल की ये पारी छोटी जरुर थी, लेकिन इस दौरान उन्होने वेस्टइंडीज के लिये सबसे ज्यादा एकदिवसीय रन बनाने का गौरव हासिल कर लिया, क्रिस गेल ने महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के 10348 रनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया, त्रिनिडाड में गेल ने जैसे ही सातवां रन लिया, वो वेस्टइंडीज के सबसे कामयाब बल्लेबाज बन गये, गेल के नाम वनडे क्रिकेट में 10353 रन हो गये हैं।
गेल के नाम ये रिकॉर्ड भी
इतना ही नहीं क्रिस गेल वेस्टइंडीज के लिये तीन सौ वनडे खेलने वाले पहले खिलाड़ी हैं, साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट में 23 शतक लगाने वाले भी पहले कैरेबियाई बल्लेबाज हैं, उनके नाम सबसे ज्यादा 236 छक्के मारने का रिकॉर्ड भी है, वो वेस्टइंडीज के लिये वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं।
फर्श से अर्श तक का सफर
गेल भली आज लग्जरी लाइफ जीते हों, पार्टियां करते हों, लेकिन कम ही लोगों को पता है कि उन्होने अपने जीवन के शुरुआती दिनों में काफी संघर्ष किया है, उनका परिवार एक कच्ची झोपड़ी में रहता था, बेहद गरीबी में उनका बचपन बीता, जिसकी वजह से उन्होने पढाई भी पूरी नहीं की, गेल अपने परिवार का पेट पालने के लिये कचरा इकट्ठा करते थे, एक इंटरव्यू के दौरान उन्होने खुद ही इस बात का खुलासा किया था, कि उन्हें पेट भरने के लिये चोरी तक करनी पड़ी थी।
वनडे में भारत के खिलाफ डेब्यू
क्रिस गेल ने टीम इंडिया के खिलाफ ही वनडे डेब्यू किया था, हालांकि अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने की वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था, इसके बाद उन्होने 2002 में दोबारा वापसी की, गेल ने भारत के खिलाफ 3 शतक लगाये, हालांकि 2005 में तब उन्हें बड़ा सदमा लगा, जब खुलासा हुआ कि उनके दिल में छेद है, लेकिन उन्होने हार नहीं मानी, और जिंदगी खुलकर जीनी शुरु कर दी, उन्होने अपने बल्लेबाजी का अंदाज भी बदला, जिसकी वजह से सिर्फ वेस्टइंडीज ही नहीं बल्कि दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में उनकी गिनती होती है।