अनुच्छेद 370 पर आया राम माधव का अब तक का सबसे बड़ा बयान, मोदी सरकार को लेकर कही ये बात
आर्टिकल 370 को लेकर बीजेपी बहुत पहले से ही आक्रामक रही है, भाजपा ने हमेशा से 370 को हटाने की बात कही है और जब सरकार को ये मौका मिला तो इस वादे को पूरा कर दिया ।
New Delhi, Aug 17: अनुच्छेद 370 को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया । उन्होने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद ही जम्मू और कश्मीर का भारत के साथ एकीकरण का एजेंडा पूरा हो सकता था । राम माधव ने 370 को लेकर पहली बार खुलकर बड़ा बयान दिया । पार्टी की विचारधारा की बात करते हुए उन्होने कहा कि इसे हटाना पार्टी की विचारधारा का हिस्सा था, जिसे कि एक साहसी नेतृत्व के तहत हासिल कर लिया गया है।
नई विधानसभा के बारे में बोले राम माधव
भाजपा के महासचिव राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की नई विधानसभा में अनुसूचित जाति/जनजाति जिसमें गुज्जर और बकरवाल भी शामिल हैं उनके लिए आरक्षित होंगी। उन्होने कहा, ‘अक्तूबर के अंत तक एक विधेयक बनाया जाएगा। जिसके तहत कानून बनाए जाएंगे। 31 अक्तूबर के बाद जम्मू-कश्मीर कुछ समय के लिए विधायिका के साथ एक केंद्र शासित प्रदेश रहेगा। जैसा कि गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में स्पष्ट किया था कि जैसे कि परिस्थितियां सामान्य होती हैं इसे संपूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा।’
परिसीमन करना आवश्यकता
राम माधव ने आगे कहा, ‘यहां विधानसभा की सीटों का परिसीमन फिर से करना होगा। यहां 114 सीटे होंगी। जिसमें से 24 पाक अधिकृत कश्मीर में होंगी। वह खाली रहेंगी। बाकी की बची हुई 90 सीटों जम्मू-कश्मीर की होंगी।’ माधव ने दमदार बात कहते हुए अपनी बात पूरी की, उन्होने कहा कि उनकी पार्टी पिछले 70 सालों से अनुच्छेद 370 के खिलाफ आंदोलन चला रही थी और इसे आखिरकार 48 घंटों में हटा दिया गया।
मानवाधिकार पर होगा काम
भाजपा के महासचिव राम माधव ने आगे कहा – ‘जम्मू-कश्मीर ऐसे समूह हैं जो बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित हैं। हमें कश्मीरी पंडितों के बारे में पता है- उन्हें मजबूरन अपने ही देश में रिफ्यूजी की तरह रहना पड़ रहा है। उनके अधिकारों की पुनर्व्यवस्था की जाएगी। पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थी भी यहां हैं, उनके अधिकार भी उन्हें वापस दिए जाएंगे।’
R Madhav: There are groups here devoid of basic human rights. We know about Kashmiri Pandits – forced to live as refugees in their own country. Rearrangement of their rights will be done. West Pakistan refugees are also here, their rights will also be given back to them. (16.08) https://t.co/SVKZhrZCUi
— ANI (@ANI) August 17, 2019