क्‍यों अलग हुए राधा-कृष्‍ण ? किससे की राधा रानी ने शादी ? कैसे हुआ श्री कृष्‍ण के प्रेम का अंत

ये सवाल सभी के मन में उठता है कि श्रीकृष्‍ण और राधा के प्रेम को आखिर क्‍यों शादी का रूप नहीं दिया गया, क्‍यों राधा रानी श्रीकृष्‍ण की पत्‍नी नहीं बन पाईं । क्‍या हुआ राधा रानी का, कैसे उनकी मृत्‍यु हुई । ऐसे कई सवालों के जवाब आगे पढ़ें ।

New Delhi, Aug 23: राधा रानी श्री कृष्‍ण की प्रियसी ही क्यों बन कर रह गईं, इसे लेकर आध्‍यात्‍म की दुनिया में कई कहानियां हैं जो इन दोनों के प्रेम को दर्शाती हें । कुछ विद्वानों के अनुसार राधा एक काल्‍पनिक चरित्र हैं, प्राचीन समय में श्रीकृष्‍ण की पत्‍नी के रूप में रुक्मिनी, सत्यभामा, समेथा श्रीकृष्णामसरा का ही नाम था, इनमें कहीं भी राधा का  कोई जिक्र ही नहीं था । विद्वानों के अनुसार राधा-कृष्ण की कहानियां भक्ति आंदोलन के बाद सुनाई दी जाने लगी, जब कवियों ने इस आध्यात्मिक संबंध को भौतिक रूप दिया । राधा-कृष्‍ण के प्रेम को लेकर हुई व्‍याख्‍याओं में ये प्रसंग भी सामने आता है कि दोनों का कभी मिलन हुआ ही नहीं । राधा रानी से कान्‍हा तब मिले थे जब वो सिर्फ 10 साल के थे । इसके बाद वो वृंदावन चले गए और राधा से कभी नहीं मिले । ना राधा कभी द्वारका आईं ना ही श्री कृष्‍ण ने कभी उनकी सुध ली । इस छोटी उम्र में दोनों ने एक दूसरे को इस तरह समझ लिया था कि फिर किसी और की जरूरत ही नहीं पड़ी ।

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गर्ग संहिता में वर्णन
राधा और कृष्ण के प्रेम का सटीक वर्णन गर्ग संहिता में मिलता है । गर्ग संहिता के रचयिता यदुवंशियों के ऋषि गर्गा मुनि थे । गर्ग संहिता एकमात्र ऐसा स्रोत है जहां राधा और कृष्ण की लीलाओं के बारे में बताया गया है, उनके प्रेम को दर्शाया गया है । ये संहिता इसलिए भी विश्‍वास योग्‍य है और राधा की सत्‍यता का प्रमाण है क्‍योंकि यदि गर्ग मुनि यदुवंशियों के कुलगुरू थे तो ऐसा संभव ही नहीं कि वो कृष्‍ण लीला में किसी काल्पनिक किरदार का चित्रण करें ।

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क्‍या राधा को श्रीकृष्‍ण ने धोखा दिया था?
कहा जाता है कि श्री कृष्ण राधा से ये वादा करके गए थे कि वो वापस आएंगे । लेकिन वो नहीं आए, उन्‍होने शादी भी रुकमणी से कर ली, जो कि देवी लक्ष्‍मी का रूप मानी जाती हैं । देवी रुकमणी ने श्री कृष्‍ण से आग्रह किया था कि वो उनसे विवाह कर लें । कृष्‍ण ने ऐसा ही किया । वहीं कृष्ण के वृंदावन छोड़ने के बाद से ही राधा का वर्णन बहुत कम हो गया । ऐसा कहा जाता है कि  राधा और कृष्ण जब आखिरी बार मिले थे तो राधा ने कृष्ण से कहा था कि भले ही वो उनसे दूर जा रहे हैं, लेकिन मन से कृष्ण हमेशा उनके साथ ही रहेंगे ।

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राधा का क्‍या हुआ ?
श्री कृष्‍ण ने इसके बाद कंस का वा किया, द्वारिका के राजा बने और फिर महाभारत का समय । लेकिन राधा रानी का क्‍या । बताया जाता है कि इसके बाद राधा की शादी एक यादववंशी से हो गईं जो याशोदा के दूर के भाई थे, शास्‍त्रों में उनका नाम अभिमन्‍यु वर्णित है, कहीं कहीं उन्‍हें अनय नाम से भी जाना जाता है । कहा जाता है कि राधा ने अपने दांपत्य जीवन की सारी रस्में निभाईं और बूढ़ी हुईं, लेकिन उनका मन तब भी कृष्ण के लिए समर्पित था ।

राधा की मृत्यु कैसे हुई ?
लोककथाओं में कहा गया है कि अपने जीवन के अंतिम दिनों में राधा कृष्ण से मिलने द्वारका चली गईं थीं । जब दोनों मिले तो बस चुपचाप एक दूसरे को निहारते रहे । दोनों एक दूसरे के बारे में सब जानते थे, आखिर मन से कहां अलग हुए थे । कथानुसार कृष्‍ण से मिलकर राधा को लगा कि कृष्ण से करीब रहना उस तरह का सुख नहीं दे रहा है जिस तरह उन्हें तब लगता था जब वो मन से कृष्ण से जुड़ी हुई थीं । इसके बाद राधा बिना कुछ बोले महल छोड़कर चली गईं । कहा जाता है कि राधा के अंतिम समय में कृष्ण ने उनकी अंतिम इच्छा पूरी की, मधुर बांसुरी की धुन बजाकर सुनाई । इसके बाद वो कृष्‍ण में ही विलीन हो गईं, उनकी मृत्‍यु का वर्णन कहीं नहीं मिलता ।