कश्मीर घाटी के हालातों पर भारी इरमीम के हौसले, पहले ही प्रयास में रचा इतिहास, पेश की मिसाल
कश्मीर घाटी – इरमीम ने कहा कि सभी के जीवन में कुछ ना कुछ समस्या तो होती ही है, लेकिन चुनौतियों से लड़ने पर ही सफलता आपके पास आएगी।
New Delhi, Aug 27 : इन दिनों जम्मू-कश्मीर की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है, मोदी सरकार के ऑर्टिकल 370 हटाने के फैसले के बाद अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है, कुछ लोग कहते हैं कि कश्मीर में हालात अकसर युवाओं के सपनों को दबाने की कोशिश करते हैं, लेकिन घाटी में कुछ ऐसे भी होनहार हैं, जो इन हालातों को भी कुचलकर अपनी मंजिल पा ही लेते हैं।
एम्स परीक्षा पास की
कुछ ऐसी ही कहानी है युवा इरमीम शमीम की, जिन्होने पहले ही प्रयास में एम्स एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की है, कश्मीर घाटी के राजोरी जिले के धनौर गांव की रहने वाली इरमीम गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखती हैं, उन्होने मुश्किल माने जाने वाले अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान की प्रवेश परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली है।
10 किमी का सफर
आपको बता दें कि इरमीम ने अपने सपनों को साकार करने के लिये रोजाना 10 किमी का सफर तय किया है, बताया जाता है कि ये दूरी इरमीम शमीम ने रोजाना पैदल चलकर तय करती थी, इसकी वजह ये थी कि उनके गांव के पास कोई अच्छा स्कूल नहीं था।
सफलता आएगी
इरमीम ने कहा कि सभी के जीवन में कुछ ना कुछ समस्या तो होती ही है, लेकिन चुनौतियों से लड़ने पर ही सफलता आपके पास आएगी, इस सफलता के बाद इरमीम के घर पर बधाई और शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा हुआ है, जिला विकास आयुक्त एजाज असद ने भी इरमीम की उपलब्धि की सराहना की है।